हिमाचल: विस्फोटक खिलाने से गर्भवती गाय घायल, एक आरोपी गिरफ़्तार
हिमाचल के बिलासपुर में एक गर्भवती गाय को विस्फोटक खिला देने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ़्तार किया है। आरोप है कि पिछले महीने गेहूँ के आटे में विस्फोटक मिलाकर गाय को खिला दिया गया था। यह मामला तब आया जब एक घायल गाय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। गाय के मालिक ने उस वीडियो को पोस्ट किया था। इसमें कहा गया था कि केरल में गर्भवती हथिनी को जिस तरह से विस्फोटक भरा अनानास खिला दिया गया था और उससे उसकी मौत हो गई थी विस्फोटक खिलाने की वैसी ही घटना हिमाचल प्रदेश में एक गर्भवती के साथ हुई है।
बता दें कि हाल ही में केरल में एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई है। कुछ लोगों ने अनानास के अंदर पटाखे भर दिए थे और ये अनानास उसे खाने के लिए दिए थे। हथिनी के मुंह में पटाखे फट गए और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। उसके पेट में जो बच्चा था, वह भी मर गया। सोशल मीडिया पर हथिनी और उसके बच्चे की मौत को लेकर लोगों ने गहरा दुख जताया और पटाखे खिलाने वाले लोगों को जमकर लानतें भेजीं।
यह घटना तब सामने आई जब वन विभाग के एक अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी दी और यह सोशल मीडिया पर वायरल हुई। गर्भवती हथिनी केरल के जंगलों से खाने की तलाश में एक नजदीकी गांव में पहुंची थी। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़, गाँव में हथिनी ने अनानास खाया था। इस अनानास में पटाखे भरे हुए थे। ये पटाखे स्थानीय लोगों द्वारा जंगली सुअरों से अपने खेतों की रक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
कुछ ऐसी ही घटना हिमाचल प्रदेश में भी आई। पुलिस के अनुसार, यह घटना 25 मई की रात लगभग 8 बजे झंडूता तहसील के दहद गाँव में घटी जब पालतू गाय के मालिक गुरदयाल सिंह ने खेतों में चरने के लिए उसे छोड़ दिया था। पुलिस ने बताया कि गाय के मालिक गुरदयाल सिंह की शिकायत पर उसके पड़ोसी नंदलाल को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा, 'माना जाता है कि गाय झाड़ियों और झाड़ियों से ढंके हुए क्षेत्र में पड़ोसी के खेतों की ओर भटक गई थी, जहाँ किसी ने कुछ गेहूँ के आटे को विस्फोटक पदार्थों के साथ मिलाया था।' गाय ने उसको खा लिया, जिससे विस्फोट हुआ। इससे उसके जबड़े और मुँह के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं।
गाय के मालिक ने उसका चिकित्सकीय उपचार कराया और पुलिस को भी सूचित किया, जिसके बाद झंडूता में पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। फिर उन्होंने इंटरनेट पर इसका वीडियो अपलोड कर दिया जो वायरल हो गया।