एनसीबी के गवाह प्रभाकर की हार्ट अटैक से मौत, डीजीपी करेंगे केस की जांच
आर्यन खान ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के स्वतंत्र गवाह रहे प्रभाकर सेल की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। प्रभाकर की मौत शुक्रवार दोपहर मुंबई के माहुल इलाके में किराए के घर में हुई। प्रभाकर के वकील का कहना है कि परिवार के लोगों ने उसकी मौत के पीछे किसी का हाथ होने या किसी तरह की आशंका से इनकार किया है। प्रभाकर के परिवार में उसकी मां, पत्नी और दो बच्चे हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र के डीजीपी प्रभाकर की मौत मामले की जांच करेंगे। जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि प्रभाकर की मौत किन हालात में हुई है।
प्रभाकर आर्यन खान ड्रग्स मामले में एक और गवाह केपी गोसावी का पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड था। केपी गोसावी उर्फ किरण गोसावी आर्यन खान के साथ अपनी सेल्फी को लेकर चर्चा में आया था।
आर्यन खान मामले को लेकर बीते साल कई महीनों तक बॉलीवुड के साथ ही महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल भी गर्म रहा था और आर्यन की गिरफ्तारी के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था।
प्रभाकर ने कहा था कि उसने आर्यन खान मामले में 18 करोड़ की डील होने की बात सुनी थी और इसमें से 8 करोड़ रुपए एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। लेकिन प्रभाकर बाद में अपने बयान से पलट गया था। सवाल इस बात का है कि प्रभाकर की मौत के बाद क्या आर्यन खान ड्रग्स मामले में किसी तरह का असर पड़ेगा।
बता दें कि इस मामले में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक लगातार एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और बीजेपी पर हमलावर रहे थे। वानखेड़े ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया था।
आर्यन खान ड्रग्स मामले में एनसीबी को 60 दिनों में चार्जशीट फाइल करनी होगी। हालांकि उसने एक विशेष अदालत से इसके लिए 90 दिन मांगे थे।