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पशु अवशेष मिलने के बाद बुलंदशहर में हिंसा, पुलिसकर्मी समेत दो मरे

पशु अवशेष मिलने के बाद बुलंदशहर में हिंसा, पुलिसकर्मी समेत दो मरे

बुलंदशहर में सोमवार को जम कर हंगामा हुआ और इसमें एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई है। गाँव स्याना के पास जंगल के कुछ जानवरों के अवशेष मिलने की ख़बर के बाद स्थानीय लोगों ने काफ़ी हंगामा किया।

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को 'गायों के शव' मिलने की अफ़वाह से पूरे इलाके में तनाव फ़ैल गया। उसके बाद भड़की हिंसा और पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि गाँव में कुछ जानवरों के अवशेष मिले थे। मामले की जाँच के लिए विशेष दल का गठन कर दिया गया है। रैपिड ऐक्शन फ़ोर्स की पाँच कंपनियाँ और पीएसी की छह कंपनियाँ तैनात कर दी गई हैं।

पुलिस चौकी को आग लगाई

स्याना गांव के पास जंगल में गायों के शव मिलने की अफ़वाह फैलने के बाद उत्तेजित स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। एक इंस्पेक्टर की मौत हो गई और दारोगा समेत लगभग छह पुलिस वाले घायल हो गए। पथराव में गंभीर रूप से घायल युवक सुमित ने भी दम तोड़ दिया। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और आइजी रामकुमार मौके पर पहुँच चुके हैं। विडियो देखें: बुलंदशहर में पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों में झड़पबुंदशहर में हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने किया पुलिस पर पथराव

बुलंदशहर: पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या का चश्मदीद आया सामने

हाईवे जाम

गायों के शव मिलने की अफ़वाह फैलने के बाद बड़ी तादाद में मौजूद लोगों  ने स्याना-बुलंदशहर हाइवे पर चिंगरावठी पुलिस चौकी के नज़दीक जाम लगा दिया। वे संबंधित लोगों को गिरफ़्तार करने की माँग करने लगे। पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। 

हवाई फायरिंग

पुलिस ने गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में फायरिंग की, जिसके बाद भीड़ ने स्याना के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर हमला बोल दिया। इसमें उनकी मौत हो गई। लाठीचार्ज से गुस्साई भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े दर्जनों वाहनों में आग लगा दी। 

पथराव

पथराव में चिंगरावठी निवासी सुमित घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहाँ से उन्हें मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। उसने वहाँ दम तोड़ दिया। कोतवाल सुबोध कुमार सिंह जनपद एटा के रहने वाले थे। इनके दोनों पुत्र नोएडा में पढ़ते हैं। इनकी पत्नी साथ में रहती थीं। 

गोलीबारी?

ख़बरों के मुताबिक़, इस हंगामे के बीच गोलीबारी भी हुई। एक विडियो मिलने की भी ख़बर है जिसमें स्थानीय लोग गोली चलाते हुए देखे गए हैं। पुलिस इंस्पेक्टर की मौत गोली लगने से हुई है। पुलिस ने इस विडियो की पुष्टि की है। इलाक़े में माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण है। उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (क़ानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने एक स्थानीय पुलिस थाने को भी निशाना बनाया।

मामले की जाँच के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है। यह दल हिंसा के कारणों की भी जाँच करेगा। बुलंदशहर पुलिस ने कहा है कि इस वारदात का मुसलमानों के धार्मिक सम्मेलन इज्तिमा से कोई संबंध नहीं है। पुलिस का कहना है कि यह सम्मेलन वारदात की जगह से तक़रीबन 40 किलोमीटर दूर हुआ है।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुबोध कुमार सिंह व सुमित की मौत पर दु:ख जताया है। सीएम ने मामले की त्वरित जाँच और प्रभावितों को सांत्वना राशि देने का भरोसा दिलाया है।

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि बुलंदशहर में पुलिस व ग्रामीणों के संघर्ष में स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की मौत का समाचार बेहद दुखद है। भावपूर्ण श्रद्धांजलि। उप्र भाजपा के शासनकाल में हिंसा और अराजकता के दुर्भाग्यपूर्ण दौर से गुज़र रहा है।

बवाल में मारे गए कोतवाल सुबोध कुमार सिंह पुत्र राम प्रताप सिंह निवासी गाँव परगंवा, थाना जैथरा जनपद एटा के रहने वाले थे। सुबोध के दोनों पुत्र नोएडा में पढ़ाई करते हैं।

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