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'अनैतिक तस्करी': मेघालय बीजेपी उपाध्यक्ष के रिसॉर्ट पर छापे

'अनैतिक तस्करी': मेघालय बीजेपी उपाध्यक्ष के रिसॉर्ट पर छापे

मेघालय बीजेपी को तब बड़ा झटका लगा जब राज्य में पार्टी के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मारक उर्फ रिंपू के रिसॉर्ट पर छापा मारा गया। जानिए, पुलिस ने क्या आरोप लगाए हैं।

पुलिस ने मेघालय बीजेपी के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मारक के रिसॉर्ट पर छापे मारकर 73 लोगों को गिरफ़्तार किया है। आरोप है कि पश्चिम गारो हिल जिले के तुरा में बर्नार्ड के रिसॉर्ट में 'अनैतिक तस्करी' चल रही थी। पुलिस ने कहा है कि छापेमारी के दौरान एक कमरे के केबिन के अंदर बंद छह बच्चों को छुड़ाया गया। एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अब बर्नार्ड की तलाश कर रही है, हालाँकि बीजेपी नेता ने कहा है कि वह फरार नहीं हैं। उन्होंने कोनराड संगमा पर राजनीतिक रूप से निशाना साधने का आरोप लगाया है।

यह मामला मेघालय के वेस्ट गारो हिल जिले का है। एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सूचना के आधार पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मारक के स्वामित्व वाले एक रिसॉर्ट में छापेमारी की। छापेमारी में जिन 6 बच्चों को बंद कमरे से बरामद किया गया उनकी हालत दयनीय लग रही थी। बरामद बच्चों में 4 लड़के और 2 लड़कियां शामिल थीं। पुलिस ने सबूतों के आधार पर कहा है कि वहां अनैतिक काम किया जा रहा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रिसॉर्ट में पुलिस टीम को शराब की 400  बोतलें और अन्य आपत्तिजनक चीजें मिली हैं।

बर्नार्ड एन मारक के स्वामित्व वाले उस रिसॉर्ट में शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को छापेमारी के बाद मामला दर्ज किया गया। मेघालय पुलिस ने दावा किया है कि रिसॉर्ट से एक 'ब्रोदल' चलाया जा रहा था और बीजेपी नेता गिरफ्तारी से बच रहे हैं।

बीजेपी की मेघालय इकाई की ओर से अब तक इस पर कुछ बयान नहीं आया है, लेकिन बर्नार्ड एन मारक ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी नेता ने कहा है कि वह फरार नहीं हैं और उन्होंने हमेशा पुलिस जांच में सहयोग किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोनराड संगमा पुलिस विभाग से कल की छापेमारी को फरवरी में किसी पॉक्सो मामले से जोड़ने के लिए कहकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संगमा की राजनीतिक जमीन खिसक रही है और राजनीतिक कारणों से उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वह पुराने पॉक्सो मामले में आरोपी भी नहीं हैं।

रिपोर्ट के अनुसार मारक ने अपने रिसॉर्ट में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है और कहा कि छापेमारी मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के निर्देश पर बिना वारंट के की गई थी, जिसमें सभी राज्य मशीनरी का मुख्यमंत्री द्वारा दुरुपयोग किया गया है।

उन्होंने कहा है,

गिरफ्तार किए गए लोगों में से कोई भी किसी भी अनैतिक गतिविधियों में शामिल नहीं था। पुलिस ने उन नाबालिग छात्रों को तंग किया और परेशान किया, जिन्हें मैं पढ़ने के लिए प्रायोजित कर रहा था और उन पर ग़लत गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।


बर्नार्ड एन मारक, बीजेपी नेता

बता दें कि बर्नार्ड एन मारक गारो हिल स्वायत्त जिला परिषद के एक निर्वाचित सदस्य हैं और राज्य में सत्तारूढ़ मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन यानी एमडीए सरकार पर हमला करने के लिए सुर्खियों में रहे हैं। उनकी पार्टी बीजेपी एमडीए गठबंधन सरकार में एक भागीदार है।

बहरहाल, पुलिस ने कहा है कि एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसका एक सप्ताह तक पता नहीं चल सका था। लड़की के रिश्तेदारों ने उसका पता तुरा में लगाया। पुलिस ने कहा, 'बाद में यह पता चला कि नाबालिग का एक सप्ताह में कई बार शारीरिक उत्पीड़न किया गया था।' एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा कि तब पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। लड़की ने कथित तौर पर अदालत में कहा कि उसे और उसके दोस्त को मुख्य आरोपी और उसका एक दोस्त रिंपू बागान ले गया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक कमरा किराए पर लिया और वहां कई बार उसका शोषण किया।

एक पुलिस बयान में कहा गया है, 'मौजूदा मामले के अलावा तुरा शहर क्षेत्र के सम्मानित निवासियों द्वारा कई मौखिक शिकायतें प्राप्त की जा रही थीं कि बर्नार्ड एन मारक के स्वामित्व वाले रिंपू बागान में कई अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं।'

पुलिस ने कहा कि रिंपू बागान में पहुंचने पर खोजी दल ने कई युवा लड़कों व लड़कियों को परिसर में, कमरों के अंदर और वाहनों के अंदर भी खुलेआम शराब पीते और आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इसने कहा है कि खोजी दल ने प्रबंधक, कार्यवाहक और अन्य तीन कर्मचारियों को भी पकड़ लिया है।

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