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नेतन्याहू से बोले मोदी- आतंकवाद के लिए हमारी दुनिया में कोई जगह नहीं

नेतन्याहू से बोले मोदी- आतंकवाद के लिए हमारी दुनिया में कोई जगह नहीं

ऐसे समय में जब इसराइल बेरूत में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला तेज कर रहा है तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आख़िर इसराइल के प्रधानमंत्री के साथ क्या बातचीत की? जानिए, पीएम मोदी ने क्या कहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने इसराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय तनाव को रोकने की ज़रूरत बताई।

एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आतंकवाद के लिए हमारी दुनिया में कोई जगह नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।' प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह बातचीत तब हुई जब इसराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले तेज कर दिए हैं और यमन में बिजली संयंत्रों और होदेइदाह बंदरगाह पर हमले किए। इन हमलों के बाद मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया। बेरूत में एक हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद लगातार तनाव बढ़ता ही जा रहा है। 

इसराइल लेबनान में ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ लगातार हवाई हमले कर रहा है। समूह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के अलावा उसके कई शीर्ष अधिकारियों को पहले ही मार दिया गया है।

बता दें कि फिलिस्तीन के साथ ही इसराइल और लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह के बीच युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की यात्रा के दौरान फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात हुई थी। दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया था।

तब प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा था, 'न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। फिलिस्तीन के लोगों के साथ दीर्घकालिक मित्रता को और मजबूत करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया।'

इस बीच, इसराइल लेबनान में एक सीमित जमीनी अभियान की योजना बना रहा है। माना जा रहा है कि यह जल्द ही कभी भी शुरू हो सकती है। वाशिंगटन पोस्ट ने अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा है कि इसराइल ने अमेरिका को यह बताया है।

इसराइल के नियोजित अभियान का दायरा 2006 के लेबनान युद्ध की तुलना में अधिक सीमित होने की संभावना है। 2006 के युद्ध में हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने एक इसराइली काफिले पर हमला किया, जिसमें तीन आईडीएफ सैनिकों की मौत हो गई और दो को पकड़ लिया गया था। इसके बाद इसराइली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों के खिलाफ व्यापक हवाई, समुद्री और जमीनी अभियान चलाया था।

वाशिंगटन पोस्ट ने रिपोर्ट दी है कि इस बार इसराइली सीमा क्षेत्र में रहने वालों के लिए ख़तरे को कम करने के लिए सीमा पर आतंकवादी बुनियादी ढांचे को ख़त्म करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ऑपरेशन से परिचित एक इसराइली अधिकारी के अनुसार, सोमवार को इसराइली बलों ने लेबनान में सीमित छापे मारे।

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