कांग्रेस ने सरकार में आते ही लोकतंत्र का गला घोंट दिया: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को फिर से कांग्रेस पर बरसे। कांग्रेस पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी की सोच पुरानी हो गई है। उन्होंने कांग्रेस पर देश को बांटने के लिए नैरेटिव गढ़ने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा कि पार्टी अब उत्तर-दक्षिण विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आज़ादी के बाद कांग्रेस ने सरकार में आते ही लोकतंत्र का गला घोंट दिया। रातों-रात राज्य की दर्जनों सरकारों को बर्खास्त कर दिया।' उन्होंने देश की अधिकतर समस्याओं के लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष संसद की बात सुनने के इरादे से नहीं आया था और वे उनकी आवाज नहीं दबा सकते। पीएम की यह टिप्पणी विपक्षी सांसदों के हंगामे पर आया। पीएम ने कहा, 'हमने आपकी बात बहुत धैर्य से सुनी है। लेकिन आज भी आप न सुनने का ही इरादा करके आये हो। पर मेरी आवाज़ को आप दबा नहीं सकते। देश के लोगों ने इस आवाज को ताकत दी है।' पीएम मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निशाने पर लिया। मोदी ने कहा कि खड़गे साहब इस समय बड़ा लंबा समय लेकर बोलते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के पास 40 सीट पार करने की भी चुनौती आई है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के पास 40 सीट पार करने की भी चुनौती आई है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'पश्चिम बंगाल से एक चुनौती आई है कि कांग्रेस (2024 के लोकसभा चुनाव में) 40 सीट का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि वे 40 बचाने में सक्षम हों। इस पार्टी की विचार प्रक्रिया भी आउटडेटेड है। अब, उन्होंने अपना काम भी आउटसोर्स कर दिया है।' उन्होंने कहा, 'देश पर इतने साल राज करने के बाद यह दशा आई है। मुझे अच्छा नहीं लग रहा है। मेरी आपके प्रति संवेदनाएं हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के खुदे के नेता की गारंटी नहीं है तो पार्टी की नीतियों की क्या गारंटी होगी। पीएम ने कहा कि विपक्षी नेता मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिर अचानक लोगों को कांग्रेस के इतने साल के शासन के बाद ऐसा क्या लगा कि सत्ता से बाहर कर दिया। मोदी ने कहा कि यह पार्टी खेती-उद्योग में कंफ्यूज रही, ये कांग्रेस हमें प्रवचन दे रही है और देश की जमीन दुश्मनों के हवाले कर दी।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान देश नक्सलवाद की समस्याओं से जूझ रहा था और भारत की जमीन का एक बड़ा हिस्सा दुश्मनों ने छीन लिया था। उन्होंने कहा कि हम एक कठिन समय से बाहर आए हैं, देश को समस्याओं से बाहर निकाला है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया,
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'जिस पार्टी ने दर्जनों बार राज्यों में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों को भंग किया और समाचार पत्रों की स्वतंत्रता को रोकने की कोशिश की, वह अब हमें लोकतंत्र और संघवाद पर लेक्चर दे रही है।'
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निशाने पर लिया। मोदी ने कहा कि खड़गे साहब इस समय बड़ा लंबा समय लेकर बोलते हैं।
Speaking in the Rajya Sabha. https://t.co/fNP5AOeIuV
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2024
कांग्रस ने आंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिया: मोदी
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने 7 दशकों तक ओबीसी को उनके अधिकारों से वंचित रखा। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस वह पार्टी है जिसने ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया, जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना और इसके बजाय अपने परिवार के सदस्यों को भारत रत्न देती रही। वे आज हमें सामाजिक न्याय पर लेक्चर दे रहे हैं। जिनके पास नेता के रूप में कोई गारंटी नहीं है वे मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।'
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने 10 साल में कड़े फ़ैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर अंग्रेजों से प्रेरित होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'अगर आप अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थे तो आज तक राजपथ का नाम कर्तव्यपथ क्यों नहीं किया। अगर कांग्रेस अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थी तो उनके कानूनों को क्यों नहीं खत्म किए।'
प्रधानमंत्री ने देश के पहले पीएम नेहरू के एक पत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस समय नेहरू जी ने सभी सीएम को पत्र लिखा था। उन्होंने उस समय के पत्र का जिक्र करते हुए कहा, 'नेहरू ने लिखा था कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता। और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो इसको बढ़ावा दे और दोयम दर्जे की तरफ़ ले जाए। नेहरू जी कहते थे एससी/एसटी को नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी काम का स्तर गिर जाएगा। ...नेहरू जो कहते थे वह कांग्रेस के लिए पत्थर की लकीर होता है।' प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'इसीलिए मैं कहता हूं कि वे जन्म से ही इसके (आरक्षण) खिलाफ हैं... अगर सरकार ने उस समय भर्ती की होती और उन्हें समय-समय पर पदोन्नत किया होता, तो वे आज यहां होते।'