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रिजनल रैपिड ट्रेन सेवा का नाम रखा 'नमो भारत', पीएम ने दिखाई हरी झंडी

रिजनल रैपिड ट्रेन सेवा का नाम रखा 'नमो भारत', पीएम ने दिखाई हरी झंडी

देश की सेमी-हाई स्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा को 'नमो भारत' नाम क्यों दिया गया है? जानिए, इस नाम को लेकर कांग्रेस ने कैसी प्रतिक्रिया दी है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा को हरी झंडी दिखाई। इस सेवा को 'नमो भारत' नाम दिया गया है। 

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशनों को जोड़ने वाली 'नमो भारत' ट्रेन का उद्घाटन किया। इससे पहले गुरुवार को ही इस सेवा का नाम नमो भारत रखा गया। इस पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। समझा जाता है कि कांग्रेस को आपत्ति नमो के नाम को लेकर है। नमो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शॉर्ट नाम के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है, 'नमो स्टेडिटम के बाद अब नमो ट्रेन। उनकी आत्म-मुग्धता की कोई सीमा नहीं है।' पवन खेड़ा ने तंज कसा कि 'भारत भी क्यों जोड़ा? देश का नाम भी बदलकर नमो कर दीजिए और हो गया।'

बहरहाल, यह भारत में क्षेत्रीय रैपिड ट्रेन सेवा यानी आरआरटीएस के शुभारंभ का प्रतीक है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता वाला यह खंड उद्घाटन के एक दिन बाद यानी शनिवार से यात्रियों के लिए खुल जाएगा। साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता वाले खंड में पांच स्टेशन हैं - साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो।

आरआरटीएस ट्रेनों में प्रत्येक सीट पर ओवरहेड स्टोरेज, वाई-फाई और चार्जिंग जैसी सुविधाएँ हैं। इसके अलावा एक प्रीमियम श्रेणी की कार होगी जिसमें विशाल बैठने की जगह, पर्याप्त लेगरूम और कोट हैंगर होंगे। 

सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे, एक आपातकालीन दरवाजा खोलने वाला तंत्र और ट्रेन ऑपरेटर के साथ संवाद करने के लिए एक बटन दिया गया है।

पीएमओ ने कहा था कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जा रहा है और यह गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर के शहरी केंद्रों के माध्यम से एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा।

बता दें कि लॉन्च की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में बुधवार को कहा गया था कि प्रधानमंत्री दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन करेंगे। गुरुवार को सूत्रों के हवाले से ख़बर आई कि ट्रेन का नाम बदलकर नमो भारत किए जाने की संभावना है।

इसकी पुष्टि केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, '20 अक्टूबर 2023 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच देश की पहली क्षेत्रीय रैपिड ट्रेन नमो भारत का उद्घाटन शुरुआत का प्रतीक होगा। देश में अत्याधुनिक शहरी आवागमन के एक नए युग की शुरुआत।'

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल से भी कहा गया कि भारत की पहली क्षेत्रीय रैपिड ट्रेन नमोभारत ट्रेन 180 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति क्षमता और 160 किमी प्रति घंटे की परिचालन गति क्षमता के साथ स्वदेशी रूप से निर्मित है।

आरआरटीएस के 82 किलोमीटर लंबे पहले कॉरिडोर का 17 किलोमीटर का प्राथमिकता वाला खंड शनिवार से परिचालन शुरू कर देगा। पांच स्टेशन- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं। ट्रेनों का परिचालन सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक होगा। पीएमओ के बयान के अनुसार, शुरुआत में ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी 15 मिनट होगी।

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