अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां दी जाएं: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के तमाम विभागों और मंत्रालयों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को निर्देश दिए कि अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए मिशन मोड में काम किया जाए। प्रधानमंत्री ने यह निर्देश सभी सरकारी मंत्रालयों और विभागों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा करने के बाद दिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
बता दें कि देश में बेरोजगारी को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं और कई सरकारी महकमों में पद खाली पड़े हुए हैं।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
वादा था 2 करोड़ नौकरी हर साल देने का,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 14, 2022
8 साल में देनी थी 16 करोड़ नौकरियाँ ।
अब कह रहे हैं साल 2024 तक केवल 10 लाख नौकरी देंगे।
60 लाख पद तो केवल सरकारों में ख़ाली पड़े हैं,
30 लाख पद केंद्रीय सरकार में ख़ाली पड़े हैं।
जुमलेबाज़ी कब तक? pic.twitter.com/GYTbudgWUf
बीते महीने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने आर्थिक हालात सुधारने के लिए तैयार की गई एक रिपोर्ट में अहम सुझाव दिए थे। परिषद ने सलाह दी थी कि सरकार शहरी बेरोजगारों के लिए एक गारंटीकृत रोजगार योजना और यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम शुरू करे जिससे उनकी आमदनी बढ़े।
बेरोजगारी दर बढ़ी
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानी सीएमआईई के अनुसार बीते अप्रैल में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.83% हो गई है। यह मार्च में 7.60% थी। शहरी बेरोजगारी दर भी बढ़कर 9.22% हो गई, जो मार्च में 8.28% थी।
मार्च में रिपोर्ट आई थी कि प्रति 100 युवाओं में से क़रीब 25 के पास कोई काम ही नहीं है।
सीएमआईई का आंकड़ा कहता है कि 2021-22 में 40.18 करोड़ लोगों के पास रोजगार है। 2019-20 में यह संख्या थी 40 करोड़ 89 लाख। इसका मतलब यह है कि 71 लाख लोग बीते दो साल में रोजगार से दूर हो गये। रोजगार में लगे लोगों की तादाद का घटना, बेरोजगार हुए लोगों की संख्या का बढ़ना और श्रमबल में कमी। ये तीनों घटनाएं बताती हैं कि देश में नौकरी के अवसर घटे हैं, लोगों ने नौकरी खोजना बंद कर दिया है।
बढ़ती हुई बेरोजगारी के बीच कोरोना महामारी ने हालात को और खराब किया और लंबे वक्त तक लगे लॉकडाउन के बाद आर्थिक नुकसान की वजह से कई छोटे-मोटे कारोबार बंद हो गए और बड़ी संख्या में लोगों का रोजगार छिन गया। विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी ने साल 2014 में हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन वह इसमें बुरी तरह फेल साबित हुई।
कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार में नौ लाख पद खाली हैं। रेलवे में लगभग 15% पद, रक्षा में 40% और गृह मामलों में 12% पद खाली हैं। कांग्रेस ने कहा है कि आज शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 9% और ग्रामीण क्षेत्रों में 7.2% है।