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पहले से तय था अमृतपाल पर कार्रवाई का प्लान 

पहले से तय था अमृतपाल पर कार्रवाई का प्लान 

केंद्र सरकार ने अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई से पहले ही पंजाब में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेज दिया था। जिसमें राज्य में हो रही जी-20 की बैठकों को शुक्रवार को खत्म होने के बाद अमृतपाल और उसके साथियों को गिरफ्तार करने की योजना थी।

पंजाब में आज कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह पर बड़ी कार्रवाई की गई। उसके 78 साथी गिरफ्तार कर लिए गए, अमृतपाल की तलाश जारी है। इस कार्रवाई से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।

इस मामले में करीबी नजर रख रहे लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उन्होंने 2 मार्च को हुई बैठक में दोनों नेताओं के बीच अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा हुई थी।

सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कार्रवाई से पहले ही पंजाब में अतिरिक्त बल भेज दिया था। राज्य में हो रही जी-20 की बैठकों को शुक्रवार को खत्म होने के बाद अमृतपाल को गिरफ्तार करने की योजना थी। इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस 24 घंटे के अंदर उसके साथियों को पकड़ लिया।

पंजाह के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दो मार्च को गृह मंत्री से मुलाकात के एक ट्विट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि कानून के मुद्दे पर केंद्र  और राज्य साथ मिलकर काम करने पर सहमत हैं।

अमृतपाल सिंह अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा शुरू किए गए एक कट्टरपंथी संगठन 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख है। पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में दीप सिद्धू की मौत हो गई थी। अमृतपाल सिंह खुद को आतंकी भिंडरावाले का अनुयायी बताता है। पिछले कुछ महीनों से वह लगातार विवादित भाषण दे रहा था। 

अमृतपाल आज जालंधर की तरफ जा रहा था, जालंधर में लोकसभा के उपचुनाव भी कराये जाने हैं। यह सीट कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी के निधन के बाद खाली हुई थी जिसकी वजह से यहां उपचुनाव कराये जा रहे हैं। लेकिन जालंधर के बाद से अमृतपाल का पता नहीं है।

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