दानिश सिद्दीक़ी की मौत पर भी नफ़रत फैलाने से नहीं चूके कुछ लोग
अफ़ग़ानिस्तान में वहां की सेना और कट्टरपंथी संगठन तालिबान के बीच चल रही जंग को कवर करने गए न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी की मौत पर भी कुछ लोग ख़ुश हो रहे हैं। न जाने यह कौन सी घटिया मानसिकता है जो किसी के इस दुनिया से जाने पर कुछ लोगों को सुकून देती है और वे इतने बेशर्म होते हैं कि इस सुकून का खुलेआम इजहार भी करते हैं।
इससे पहले भी ऐसा कई बार देखा गया है। लेकिन दानिश सिद्दीक़ी की मौत के बाद ऐसे नफ़रती लोग फिर सामने आए और उन्होंने ट्विटर पर अपनी सोच को जाहिर किया। सिद्दीक़ी प्रतिष्ठित पुलित्जर अवार्ड से सम्मानित थे और लोग उनके द्वारा खींची गई तसवीरों के कायल थे।
कोरोना के काल में भी दानिश ने बेहतर काम किया था और लोगों के दर्द को दुनिया तक पहुंचाया था। लेकिन बावजूद इसके वह उन लोगों को रास नहीं आते थे, जिन्हें हुक़ूमत के ख़िलाफ़ सच सुनना पसंद नहीं है।
नफ़रती लोगों ने ट्विटर पर उनकी मौत को उनके कर्मों यानी किए गए का नतीजा बताया। नो कन्वर्जन नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा कि दानिश ने कोरोना से मरने वाले लोगों की तसवीरों को बिना किसी से पूछे बेच दिया।
#DanishSiddiqui
— No Conversion (@noconversion) July 17, 2021
He sold pictures of people dying due to COVID without any permission or showing any respect ......How much money he made??
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने दानिश की मौत पर दुख जताया है। लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें ही इसके लिए ट्रोल कर दिया और THE SKIN DOCTOR नाम के ट्विटर हैंडल ने कहा कि उन्होंने बंगाल में मारे गए कार्यकर्ताओं को लेकर एक भी ट्वीट नहीं किया।
Danish Siddiqui leaves behind an extraordinary body of work. He won the Pulitzer Prize for Photography and was embedded with the Afghan Forces in Kandahar. Sharing one of his pictures below. Sincere condolences. RIP https://t.co/xGhjJbsoCQ pic.twitter.com/9V7czR5DtB
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 16, 2021
प्रदीप साहा के नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि दानिश ने हिंदुओं के अंतिम संस्कार की फ़ोटो को न्यूयॉर्क टाइम्स को भेजकर भारत, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को बदनाम किया।
Danish was the photographer who had supplied photos from Hindu cremenation places to New York Times to defame India, Modi & Yogi, migrant workers fabricated photo during last year Covid lock down to defame out coubtry. Left cabals with Saria group has to face it's Karma!!!
— Pradip Saha (@PradipS40845951) July 17, 2021
ऋतिक नाम ने ट्विटर यूजर ने ऐसे लोगों को लताड़ लगाते हुए लिखा कि जो लोग दानिश की मौत को कर्म का नतीजा बता रहे हैं वे लोग नर्क की आग में जलाए जाएंगे।
Those celebrating Danish's death and terming it 'Karma', I really wish such a thing existed, and believe me if such a thing really exists, you all are going to rot in hell. And I wish it upon thou- ROT IN HELL pic.twitter.com/IXNQQB1d5n
— Ritwik - Jaaga hua Hindu (@ritviccc) July 16, 2021
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से लेकर वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त, रविश कुमार सहित कई लोगों ने दानिश की मौत पर दुख जताया है।
दानिश ने दिल्ली दंगों से लेकर कोरोना महामारी तक प्रवासी मजदूरों के दर्द को अपने कैमरे मे उतारा था। उनके द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली में जल रही ढेर सारी लाशों को ड्रोन कैमरे के जरिये लोगों तक पहुंचाना हमेशा याद रखा जाएगा। लेकिन उस दौरान भी उनकी आलोचना हुई थी और कहा गया था कि वह सिर्फ़ हिंदुओं के अंतिम संस्कार की फ़ोटो दिखा रहे हैं। उनकी ये फ़ोटो सोशल मीडिया पर जोरदार ढंग से वायरल हुई थीं।