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क्यों सूख रहे हैं पेट्रोल पंप?, सरकार ने कहा- नहीं है तेल का संकट

क्यों सूख रहे हैं पेट्रोल पंप?, सरकार ने कहा- नहीं है तेल का संकट

पेट्रोल पंपों को पेट्रोल डीजल की कम सप्लाई होने के पीछे वजह क्या है? क्या किसी तरह का बड़ा तेल संकट देश के सामने आने वाला है या फिर हालात फिर से सामान्य हो जाएंगे। 

देश के कुछ राज्यों से बुधवार को ऐसी खबर आई कि इन राज्यों में कई जगहों पर पेट्रोल और डीजल की पूरी सप्लाई पेट्रोल पंपों को नहीं मिल पा रही है। इस वजह से कई जगहों पर पंप सूख गए। 

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ व कुछ अन्य राज्यों में लोग पेट्रोल डीजल न मिलने से परेशान हुए। लेकिन इस खबर के सामने आते ही सरकार ने कहा है कि देश में पेट्रोल और डीजल की सप्लाई को लेकर कोई संकट नहीं है।

पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल न होने की शिकायत उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से भी आई है।  राजस्थान के सीकर में 57 पंप जिनमें सरकारी पेट्रोल पंप भी शामिल हैं, पूरी तरह सूख गए। उत्तराखंड के हरिद्वार में पेट्रोल पंप पर पेट्रोल न होने की वजह से लोगों की लंबी लाइन लगी रही और जयपुर में भी पेट्रोल-डीजल की कमी की वजह से ऐसे ही हालात दिखाई दिए। 

भोपाल में पेट्रोल डीजल एसोसिएशन के लोगों ने एनडीटीवी से कहा कि कंपनी से बराबर सप्लाई नहीं मिल पा रही है और मध्य प्रदेश में बहुत सारे पंप सूखने की कगार पर हैं। 

उन्होंने कहा कि पेट्रोल कंपनियों को डीजल पर 28 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल पर 16 रुपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। भोपाल के अलावा भिंड, मंदसौर में भी दर्जनों पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की सप्लाई न होने की वजह से इन्हें बंद करना पड़ा। 

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, कोंडागांव सहित कई जगहों पर पेट्रोल पंप सूख रहे हैं। पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि वे कंपनी को एडवांस दे चुके हैं लेकिन बावजूद इसके उन्हें पेट्रोल-डीजल की सप्लाई नहीं मिल पा रही है। 

पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी एचपीसीएल के 60 से 70 फीसद पेट्रोल पंप सूख गए हैं और ऐसी ही समस्या भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी बीपीसीएल के पेट्रोल पंप में भी देखने को मिल रही है।

अहमदाबाद से भी शिकायत 

पेट्रोल पंप में पेट्रोल की कमी होने की शिकायत अहमदाबाद से भी आई है। अहमदाबाद में एचपीसीएल और बीपीसीएल के पेट्रोल पंप डीलर्स का कहना है कि उन्हें हर दिन मिलने वाली सप्लाई का सिर्फ 50 फीसद ही मिल रहा है। उन्होंने एचपीसीएल और बीपीसीएल से अपील की है कि उन्हें पहले की तरह पेट्रोल और डीजल की सप्लाई दी जाए।

इस मामले में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के डायरेक्टर (मार्केटिंग) वी. सतीश कुमार का कहना है कि पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल की सप्लाई पूरी तरह सामान्य है और लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।

क्या है वजह?

क्या पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर हो रहे घाटे को पाटने के लिए तेल कंपनियां पेट्रोल पंपों को कम सप्लाई दे रही हैं या वास्तव में किसी तरह का तेल संकट सामने आने वाला है। 

इसके पीछे वजह यह भी बताई जा रही है कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ गए हैं और इनके महंगा होने की वजह से पेट्रोल पंपों को पेट्रोल और डीजल की सप्लाई तय वक्त पर नहीं मिल पा रही है।

हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी और ऐसा करके पेट्रोल और डीजल की बढ़ रही कीमतों से परेशान लोगों को राहत देने की कोशिश की थी। लेकिन अब पेट्रोल और डीजल ना मिलने की वजह से लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ती दिख रही है। 

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