निगाहें एग़्जिट पोल पर, किसे कितनी सीटें मिल सकती हैं?
थोड़ी देर में दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग़्जिट पोल के नतीजे सामने आ जाएंगे। हालांकि इन एग़्जिट पोल के नतीजों को अंतिम नहीं माना जा सकता, यह भी ज़रूरी नहीं कि वास्तविक नतीजे भी ऐसे ही हों, पर इससे एक संकेत तो मिलता ही है।
हालाँकि केजरीवाल अपने 5 साल के कार्यकाल में सरकार के काम, ख़ास कर, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की वजह से आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। पर यह जानना दिलचस्प होगा कि एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को कितनी सीटें मिलती दिखती हैं।
दिल्ली की पहली विधानसभा का गठन 1993 में हुआ था और यह सातवाँ विधानसभा चुनाव है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में इस बार एक ही चरण में मतदान हुआ है। मतगणना 11 फरवरी को होगी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो जाएगा।
इस चुनाव में कुल 672 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दिल्ली के 1,47,86,382 मतदाता आज तय करेंगे कि वे दिल्ली की सत्ता किसे सौंपेगे। चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।
क्या कहते हैं ओपीनियन पोल्स
न्यूज़ 24 और ISOMES के ताज़ा ओपिनियन पोल के मुताबिक़ आप को 48-53 सीटें, बीजेपी को 15-20, कांग्रेस को 0-2 सीटें मिल सकती हैं। हर सर्वे में कांग्रेस की हालत ख़राब आ रही है। वैसे, बीजेपी की स्थिति भी ठीक नहीं है, लेकिन कांग्रेस की अपेक्षा बेहतर है।दो दिन पहले ही आए टाइम्स नाउ-इपसास के सर्वे में भी कहा गया था कि ‘आप’ इस बार दिल्ली में 54-60 सीटें जीत सकती हैं जबकि बीजेपी को 10 से 14 सीटें मिलने का अनुमान है। कांग्रेस बड़ी मेहनत के बाद भी 0 से 2 सीटों पर ही क़ब्ज़ा जमा सकती है। इस लिहाज से दोनों ओपिनियन पोल में ज़्यादा फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है।
एबीपी-सीवोटर पोल
एबीपी-सीवोटर पोल के अनुसार, आम आदमी पार्टी को 70 में 42 से 56 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी 10-24 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस को अधिकतम 4 सीटों पर जीत हासिल सकती है।इस सर्वे में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी को 45.6 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि बीजेपी को पहले से ज़्यादा यानी 37.10 प्रतिशत वोट मिलने के आसार हैं। कांग्रेस को 4.4 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं तो दूसरों को 12.9 प्रतिशत वोट हासिल हो सकता है।
इंडिया न्यूज़
नेता ऐप-इंडिया न्यूज़ ने अपने सर्वे में पाया है कि आम आदमी पार्टी को 45.60 प्रतिशत वोट हासिल हो सकता है तो बीजेपी को 37.1 प्रतिशत वोट मिल सकता है। वहीं कांग्रेस को 4 प्रतिशत और अन्य के खाते में 10 प्रतिशत वोट जा सकता है। इन्होंने सीटों की तादाद के बारे में कुछ नहीं बताया है।
इन तीनों सर्वेक्षणों से यह तो साफ़ है कि आम आदमी पार्टी जीत सकती है और एक बार फिर सरकार बना सकती है। साल 2015 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी को 67 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी को 3 सीटों पर संतोष करना पड़ा था और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी। कांग्रेस पार्टी को 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में 24 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन उसका आधार सिकुड़ता चला गया और इस बार उसके 4 प्रतिशत के आसपास वोट पाने की संभावना जताई जा रही है।