जिस प्लेन से हसीना आई थीं वह उन्हें लिए बिना लौटा, हसीना गईं कहाँ?
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद छोड़ने वाली शेख हसीना फिलहाल कहाँ हैं? यह सवाल तब उठने लगा जब उनको गाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लाने वाला प्लेन मंगलवार को उनको लिए बिना लौट गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सी-130 जे परिवहन विमान ने मंगलवार सुबह क़रीब 9 बजे हिंडन एयर बेस से सात सैन्यकर्मियों को लेकर बांग्लादेश स्थित अपने बेस के लिए उड़ान भरी।
शेख हसीना के लंदन जाकर राजनीतिक शरण मांगने की संभावना है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि वह शरण के संबंध में यूनाइटेड किंगडम में अधिकारियों के संपर्क में हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार वह अपनी बेटी साइमा वाजेद से मिलेंगी, जो नई दिल्ली में रहती हैं। उनकी बेटी संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करती हैं।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने के बाद शेख हसीना सोमवार शाम को भारत आ गई थीं। ढाका से भागने के कुछ घंटों बाद शेख हसीना भारत में गाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरीं। उन्हें कथित तौर पर एक सुरक्षित घर में ले जाया गया। कथित तौर पर वह अभी भी सुरक्षित घर में हैं।
शेख हसीना ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की। डोभाल के साथ उनकी बातचीत के दौरान वरिष्ठ सैन्य और खुफिया अधिकारी भी मौजूद थे। रिपोर्ट है कि उन्होंने डोभाल के साथ बांग्लादेश में संकट और अपने भविष्य के कदमों पर चर्चा की। रिपोर्ट है कि भारतीय वायुसेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां उन्हें सुरक्षा मुहैया करा रही हैं।
भारत में उनके आने से और बांग्लादेश के मौजूदा हालात की वजह से भी भारतीय सुरक्षा तंत्र में बहुत ज़्यादा हलचल है। सोमवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और बड़े अफ़सरों ने भाग लिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी को बांग्लादेश के हालात के बारे में जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को बांग्लादेश की स्थिति पर एक सर्वदलीय बैठक को जानकारी दी।
बता दें कि बांग्लादेश में पहले नौकरियों में आरक्षण को लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन और फिर शेख हसीना के इस्तीफ़े की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर हुए आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भाग गईं। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने सरकारी टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक प्रसारण में कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और सेना एक कार्यवाहक सरकार बनाएगी।
शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद एक भीड़ ने उनके आधिकारिक आवास पर हमला किया, उसमें तोड़फोड़ की और उनके निजी सामान लूट लिए। उन्होंने बांग्लादेश के स्वतंत्रता के नायक और हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
बांग्लादेश की सेना ने घोषणा की है कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी। इस बीच, बांग्लादेश के छात्र विरोध प्रदर्शन के एक प्रमुख आयोजक ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में उनकी पसंद हैं।
आयोजक नाहिद इस्लाम ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट में कहा कि उन्होंने पहले ही यूनुस से बात की है, जिन्होंने देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए कार्यभार संभालने पर सहमति जताई है।