विपक्ष ने कहा- पोस्टल बैलेट पहले गिनो, मोदी सरकार के मंत्री आयोग क्यों गए
I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं ने रविवार को चुनाव आयोग (ECI) के साथ बैठक कर डाक मतपत्रों (पोस्टल बैलेट) गिनती सबसे पहलने कराने को कहा। बैठक के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमने सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती के महत्व पर जोर दिया। इसके लिए सुझाव भी दिए।
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विपक्ष के आरोपों से घिरे और भाजपा का दबाव झेल रहे चुनाव आयोग ने सोमवार दोपहर 12ः30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। जहां वो विपक्ष के आरोपों का जवाब दे सकता है।
सिंघवी ने पत्रकारों से कहा, "यह तीसरा बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल है जो इस पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान चुनाव आयोग के पास गया था। हम कई मुद्दों के साथ यहां आए थे, उनमें सबसे महत्वपूर्ण था डाक मतपत्रों की गिनती और उसके नतीजे सबसे पहले घोषित करना।"
सिंघवी ने कहा कि "चुनाव आयोग का वैधानिक नियम स्पष्ट रूप से कहता है कि डाक मतपत्रों को पहले गिना जाना चाहिए, और उनके परिणाम ईवीएम परिणामों से पहले घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने इस प्रथा को अब खत्म कर दिया है, और यह चुनाव नियमों का बहुत गंभीर और स्पष्ट उल्लंघन है नियम 54 (ए) की मूल भावना का पालन किया जाना चाहिए, जिसे संशोधित या निरस्त नहीं किया जा सकता है।"
इस प्रतिनिधिमंडल में सीपीएम के सीताराम येचुरी भी थे। येचुरी ने पत्रकारों से कहा कि पोस्टल बैलेट चुनाव के मामले में निर्णायक साबित होते हैं। ये प्रक्रिया चुनाव के परिणाम को पूरी तरह से बदल सकती है। नियम के अनुसार पोस्टल बैलेट की गिनती पहले की जाती है, जिसके कुछ समय बाद EVM की गिनती शुरु की जा सकती है। इसमें सबसे जरूरी ये है कि पोस्टल बैलेट का परिणाम, EVM से पहले घोषित किया जाना अनिवार्य है। लेकिन.. चुनाव आयोग ने इस नियम को बदल दिया है, जो कानून के हिसाब से सही नहीं है।
येचुरी के सुझाव
सीपीएम के सीताराम येचुरी ने ईवीएम को लेकर भी कई सुझाव पेश किए हैं।- 1. सीसीटीवी-निगरानी वाले कॉरिडोर के जरिए कंट्रोल यूनिट की सुरक्षित आवाजाही
- 2. कंट्रोल यूनिट पर प्रदर्शित वर्तमान दिनांक और समय का सत्यापन
- 3. प्रारंभ और समाप्ति का समय और मतदान प्रक्रिया की तारीख की पुष्टि
- 4. हर उम्मीदवार के लिए डाले गए वोटों की संख्या प्रदर्शित करने से पहले उम्मीदवारों और डाले गए वोटों की संख्या जारी की जानी चाहिए
सीपीआई महासचिव डी. राजा ने एग्जिट पोल पर टिप्पणी करते हुए कहा, "ये सभी एग्जिट पोल हैं। अगर लोगों को एग्जिट पोल पर विश्वास है तो 4 जून को कोई गिनती नहीं होनी चाहिए। फैसला गिनती के बाद ही पता चलेगा। आइए इंतजार करें।" .
मोदी के मंत्री भी पहुंचे चुनाव आयोग
इंडिया गठबंधन के नेताओं की चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद मोदी सरकार के मंत्री भी चुनाव आयोग में पहुंच गए और उन्होंने जो कहा, वो काफी दिलचस्प है। चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ''आज (रविवार 2 मई) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों से मुलाकात कर उनसे 4 महत्वपूर्ण कदम उठाने की मांग की और आग्रह किया।''भाजपा के आयोग को 4 सुझाव
गोयल ने जो चार सुझाव बताए हैं, वो इस तरह हैं।- 1. हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि मतगणना प्रक्रिया में लगे हर अधिकारी को तय प्रक्रिया की छोटी से छोटी जानकारी से पूरी तरह मालूम होना चाहिए।
- 2. चुनाव आयोग के सभी प्रोटोकॉल के साथ लगन से काम करना चाहिए।
- 3. मतगणना के दौरान चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, साथ ही नतीजों की घोषणा के लिए सुरक्षा की जाए
- 4. चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने के व्यवस्थित प्रयासों का संज्ञान लेना और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना।
भाजपा ने जो चार सुझाव दिए हैं, उनमें तीसरे नंबर का सुझाव काफी चौंकाने वाला है। जिस पार्टी की सरकार है, वो मांग कर रही है कि मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होना चाहिए और नतीजों की घोषणा के समय भी पर्याप्त है। इसके अर्थ निकाले जा सकते हैं।
गोयल ने कहा कि हमें चुनाव आयोग से इसलिए मिलने जाना पड़ा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के सहयोगियों और कुछ सिविल सोसाइटी ग्रुपों एनजीओ के नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने की पूरी कोशिश की जा रही है। वे लोग भारत की चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को चुनौती दे रहे हैं। भारत की मजबूत चुनावी प्रक्रिया के खिलाफ उनके प्रयास हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों पर सीधा हमला है।”
किसान नेता ने एग्जिट पोल खारिज किया
किसान नेता राकेश टिकैत ने रविवार को बागपत में कहा- जिस देश का राजा ज्योतिष में विश्वास करेगा और तानाशाह होगा, वहां एग्जिट पोल ही क्या करेगा। ‘400 पार बोल रहे मतलब सरकार की पूरी प्लानिग है तैयार। राकेश टिकैत ने ईवीएम मशीन की रिपेयरिंग पर भी उठाए सवाल। टिकैत ने सवाल किया कि चुनाव से पहले ईवीएम मशीन की रिपेयरिंग क्यों कराई जाती है। ईवीएम मशीन में बैटरी या सेल डालकर कर्मकांड होता है। जनता बीजेपी को वोट नहीं दे रही है और फिर भी कह रहे हैं कि जीतेंगे मोदी।
कांग्रेस के राज्यस्तरीय नेताओं ने क्या कहा
कई प्रमुख राज्यों के कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के प्रदर्शन पर विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन अगली सरकार बनाएगा। दरअसल, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को सभी राज्यों के कांग्रेस प्रमुखों और नेताओं से बात की। कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड, असम, हिमाचल प्रदेश, बिहार, राजस्थान और गुजरात के नेताओं ने दावा किया कि कांग्रेस एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों से बेहतर प्रदर्शन करेगी।पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह महत्वपूर्ण बातचीत एग्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तीसरे कार्यकाल की भविष्यवाणी के एक दिन बाद हुई। जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को एकतरफा जीता हुआ बताया गया है। एबीपी-सी वोटर ने एनडीए के लिए 353-383 सीटें और विपक्षी I.N.D.I.A के लिए 152-182 सीटों की भविष्यवाणी की, जबकि इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने एनडीए के लिए 361-401 सीटें और विपक्ष के लिए 131-166 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए इसे मोदी का एग्जिट पोल बताया है।