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पीएम मोदी का 30 मई से 'मौन व्रत' पर बैठना आचार संहिता का उल्लंघन: विपक्ष 

पीएम मोदी का 30 मई से 'मौन व्रत' पर बैठना आचार संहिता का उल्लंघन: विपक्ष 

लोकसभा के आख़िरी चरण के चुनाव से पहले 30 मई को पीएम मोदी के तमिलनाडु विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में ध्यान करने पर विपक्ष आपत्ति क्यों जता रहा है? जानिए, इसने क्या कहा है।

विपक्ष ने पीएम मोदी के 30 मई को तमिलनाडु में ध्यान करने जाने को चुनावी स्टंट क़रार दिया है और इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। इसको लेकर अभिषेक मनु सिंघवी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला। उन्होंने कहा कि हमने अपनी शिकायत में चुनाव आयोग से कहा है कि साइलेंट पीरियड में कोई भी नेता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव प्रचार नहीं कर सकता है। टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा है कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान का प्रसारण किया गया तो उनकी टीएमसी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के चुनाव आयोग से मिलने के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि वे 30 मई की शाम से मौन व्रत पर बैठेंगे, लेकिन हम सभी जानते हैं कि साइलेंट पीरियड 30 मई से शुरू होगा और इस बीच ऐसी घोषणा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।' 

बता दें कि पीएम मोदी गुरुवार को तमिलनाडु के कन्याकुमारी तट पर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल का दौरा करेंगे। वह तीन दिनों तक प्रतिष्ठित ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे।

जिस तरह पीएम मोदी ने 2019 में केदारनाथ और 2014 में प्रतापगढ़ गए थे, इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोकसभा चुनाव प्रचार के बाद कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल जाएंगे। 

प्रधानमंत्री का यह कन्याकुमारी दौरा 30 मई से 1 जून तक होगा। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मोदी 30 मई को तिरुवनंतपुरम पहुंचेंगे और शाम 4:35 बजे एमआई-17 हेलीकॉप्टर से कन्याकुमारी पहुंचेंगे। वे शाम 6:34 बजे सूर्यास्त देखेंगे। मोदी 1 जून को दोपहर 3:30 बजे कन्याकुमारी से लौटेंगे। तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट से वे शाम 4:10 बजे वायुसेना के विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। कहा जा रहा है कि इसके लिए पर्यटकों से हफ्ते का वीकेंड प्लान रद्द करने को कहा जाएगा। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सभी लॉज और होटलों की बुकिंग पुलिस द्वारा रोक दी जाएगी। 1000 से ज़्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगाए जाएँगे। 

2014 और 2019 के चुनाव में भी कुछ इसी तरह के नजारे देखे गए थे। तब पीएम मोदी के दौरे का टीवी चैनलों ने लाइव प्रसारण किया था। तब भी सवाल उठे थे। इस बार भी सवाल उठ रहे हैं।

...तो शिकायत करेगी टीएमसी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को लोकसभा चुनावों के बीच कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना की आलोचना की और कहा कि अगर ध्यान का प्रसारण किया गया तो उनकी टीएमसी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

उन्होंने कहा, 'क्या कोई भी व्यक्ति कैमरे के सामने ध्यान करता है? वह मूल रूप से लोगों को अपना ध्यान दिखाना चाहता है। यह जगह अच्छी है। स्वामी विवेकानंद को यह जगह बहुत पसंद थी। मोदी वहाँ ध्यान करेंगे। वह कहते हैं कि वह भगवान हैं। फिर उन्हें ध्यान क्यों करना चाहिए…?' टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि मोदी के ध्यान का प्रसारण करना लोकसभा चुनावों के लिए लागू आचार संहिता का उल्लंघन होगा। उन्होंने कहा, 'वह इस तरह से प्रचार नहीं कर सकते। वह ध्यान कर सकते हैं लेकिन उसका प्रसारण नहीं किया जा सकता। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा और हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।'

बीजेपी के विज्ञापन पर आपत्ति

कांग्रेस ने बीजेपी के विज्ञापन पर भी आपत्ति जताई है। इसने चुनाव आयोग से इसकी भी शिकायत की है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'हमने बीजेपी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से चलाए जा रहे भद्दे और आपत्तिजनक विज्ञापन पर भी शिकायत की है।'

उन्होंने कहा, 'हमने एक अन्य शिकायत में राहुल गांधी जी के डॉक्टर्ड वीडियो के बारे में भी अपनी बात रखी है। हमने हिमंता बिस्वा सरमा के एक बयान के संबंध में भी चुनाव आयोग से कार्रवाई करने का आग्रह किया है।'  

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