विपक्षी इंडिया गठबंधन के सांसदों की एक बैठक मंगलवार की रात कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई। बैठक में संसद के आगामी विशेष सत्र को लेकर विपक्ष की रणनीतियों पर चर्चा हुई।
इसमें विपक्षी नेताओं ने एक स्वर में कहा है कि संसद का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा केंद्र सरकार ने कर दी है, लेकिन यह विशेष सत्र क्यों बुलाया जा रहा है इसकी जानकारी सरकार ने अब तक नहीं दी है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा पारदर्शिता दिखाए और देश को अवगत कराए कि इस विशेष सत्र का एजेंडा क्या है। बैठक में विपक्षी नेताओं ने कहा कि हम देश के हित में, वर्तमान की मूल समस्याओं के हल के लिए एक सकारात्मक सत्र चाहते हैं।
नेताओं ने इस बैठक में कहा कि जब कभी संसद का विशेष सत्र बुलाया जाता है तो इसके विषय की जानकारी सभी पार्टियों को दी जाती है और एक एजेंडा तय किया जाता है। लेकिन पहली बार पार्टियों से विचार-विमर्श के बिना ही अचानक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि यह सत्र केवल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बुलाया गया है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि ये विशेष सत्र क्यों बुलाया जा रहा है? सरकार की तरफ से कोई भी स्पष्टीकरण आज तक नहीं आया है। उन्होंने कहा कि लगभग 12-13 दिन बाद संसद का एक विशेष सत्र होने वाला है लेकिन देश को नहीं पता कि इस विशेष सत्र की विशेषता क्या है?
उन्होंने कहा कि संसद के विशेष सत्र की घोषणा तो हुई है, लेकिन खुद भाजपा जरूरी मुद्दे तय नहीं कर पा रही है। कांग्रेस पार्टी जनता से जुड़े जरूरी मुद्दों पर चर्चा करने और सुझाव देने के लिए तैयार है। अब सवाल मोदी सरकार से है कि क्या वो अपना एजेंडा बताएंगे?
10 जनपथ पर हुई कांग्रेस संसदीय दल की रणनीतिक बैठक
कांग्रेस संसदीय दल की एक रणनीतिक बैठक मंगलवार की शाम 10 जनपथ पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत पार्टी के सांसदों ने भाग लिया।इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि इसमें हमने देश की आर्थिक समस्या, हिमाचल प्रदेश की आपदा और मणिपुर की अस्थिरता के साथ ही गौतम अडानी के संदर्भ में चर्चा की है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में कांग्रेस नेताओं के बीच सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मामलों पर चर्चा हुई है। हम चाहते हैं विशेष सत्र में आर्थिक, राजनीतिक मुद्दों के साथ विदेश नीति और सीमाओं से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हो। हम उम्मीद करते हैं कि विशेष सत्र में सरकार विपक्ष को साथ लेकर चलेगी। आज की बैठक के बाद हम मुद्दे चुनेंगे और मांग करेंगे कि सदन में खुलकर चर्चा हो।
वहीं इस बैठक की जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि हम पहली बार देख रहे हैं कि पीएम मोदी और उनके सहयोगियों ने इंडिया गठबंधन की बैठक से ध्यान हटाने के लिए 5 दिवसीय विशेष सत्र की घोषणा कर दी है। इस सत्र के दौरान क्या मुद्दे उठाए जाएंगे इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि हम इस विशेष सत्र में हिस्सा लेंगे, लेकिन चर्चा जनता के मुद्दों पर होनी चाहिए।
16 सदस्यीय चुनाव समिति बना चुकी हैं कांग्रेस
चार राज्यों में विधानसभा चुनाव और इसके बाद लोकसभा चुनाव को देखते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है। मंगलवार की इन बैठक से पूर्व कांग्रेस ने सोमवार को अपनी चुनाव समिति की घोषणा कर दी थी।
इस समिति में 16 नेताओं को रखा गया है।
इस चुनाव समिति में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेता अम्बिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, सलमान खुर्शीद, मधुसूदन मिस्त्री, एन. उत्तम कुमार रेड्डी, टी एस सिंह देव, के जे जियोग्रे, प्रीतम सिंह, मोहम्मद जावेद, अमी याज्ञनिक, पीएल पुनिया, ओंकार मरकाम और के सी वेणुगोपाल को शामिल किया गया है।
इस समिति को बनाने के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने साफ संकेत दे दिया है कि वह अब आगामी चुनावों के लेकर कमर कस चुकी है। कांग्रेस अब नेताओं का चयन कर उन्हें चुनाव से संबंधित जिम्मेदारी दे रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस संभावना को देखते हुए कि अपनी तैयारियों के तेज कर रही है कि सरकार समय से पहले लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकती है।