अनुराग ठाकुर के जाति वाले बयान पर पीएम भी निशाने पर क्यों?
लोकसभा में राहुल गांधी की जाति को लेकर अनुराग ठाकुर का बयान तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस सहित विपक्षी नेताओं ने अनुराग ठाकुर के बयान को गाली वाली भाषा क़रार दिया है और कहा है कि उनका बयान सामंती मानसिकता को दिखाता है। इसी के साथ विपक्ष ने अनुराग ठाकुर के बयान को रिट्वीट कर तारीफ़ करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि अनुराग ठाकुर के जिस बयान को लोकसभा से एक्सपंज कर दिया गया यानी हटा दिया गया उसको पीएम सोशल मीडिया पर शेयर और तारीफ कैसे कर सकते हैं। इसको लेकर चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की लोकसभा में की गई टिप्पणी और उस पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निंदा की है। खड़गे ने एएनआई से कहा, 'सदन में तंज कसना- संसद में ऐसा नहीं होता। संसद में किसी की जाति नहीं पूछी जाती। उन्होंने (अनुराग ठाकुर ने) जानबूझकर उनका (राहुल गांधी का) अपमान करने के लिए ऐसा कहा। यह सही नहीं है।'
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आगे कहा, 'उनके (भाजपा) कई वरिष्ठ नेताओं ने अंतरजातीय विवाह किए हैं। उन्हें खुद को आईने में देखना चाहिए और फिर बोलना चाहिए। वे (अनुराग ठाकुर) अपरिपक्व हैं, लेकिन क्या प्रधानमंत्री को ट्वीट करने की ज़रूरत थी? उनके कई नेता अंतरजातीय या अंतरधार्मिक विवाह कर चुके हैं। क्या वे सभी की जाति पूछेंगे? यह गलत है, मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं प्रधानमंत्री के ट्वीट की भी निंदा करता हूं।'
खड़गे ने कहा, 'पीएम मोदी को पता होना चाहिए कि कहां बोलना है और किससे बचना है। इसे छोड़कर, वे भावनाओं को भड़काने की बात कर रहे हैं। संसद में इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, इसे हटा दिया जाना चाहिए।'
आरजेडी सांसद मनोज झा ने अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर पीटीआई से कहा, 'मैं कहूंगा कि अनुराग ठाकुर हताश हैं। उन्होंने अपनी संकीर्ण और सामंती मानसिकता का परिचय दिया है। सवाल राहुल गांधी, अखिलेश यादव, मनोज झा, तेजस्वी यादव की जाति का नहीं है, सवाल यह है कि जाति जनगणना पर आपकी क्या स्थिति है। आपने अपना सामंती चरित्र उजागर कर दिया है।'
मेरे जाने के बाद मंदिर को धोया गया: अखिलेश
अखिलेश यादव ने संसद के बाहर जाति के नाम पर अपमानित किए जाने का मुद्दा उठाया और कहा कि कैसे कुछ लोग अपमानित करते हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'मैं कभी नहीं भूल सकता कि मेरे जाने के बाद कैसे मंदिर को धोया गया, मेरे जाने के बाद कैसे सीएम के आवास को गंगाजल से धोया गया। क्या भारत की संसद में किसी की जाति पूछी जा सकती है?'
पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, 'देवियो और सज्जनो, यह हमारे प्रधानमंत्री हैं- जो खुद को विश्व गुरु कहते हैं - अपने सहकर्मी के अपमानजनक भाषण का समर्थन कर रहे हैं। संयोग से, इस सहकर्मी को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया।'
This, ladies & gentlemen is our Prime Minister - the self acclaimed Vishwa guru - endorsing his colleague’s abusive speech. Incidentally, this colleague was ousted from the cabinet. pic.twitter.com/2ynpGI764c
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) July 30, 2024
कांग्रेस के लोकसभा चीफ व्हिप के सुरेश ने कहा, 'कल बजट भाषण के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। अपने पूरे भाषण के दौरान उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। हमने उसी समय विरोध किया। सदन के अध्यक्ष ने असंसदीय शब्दों को हटा दिया। लेकिन कल रात प्रधानमंत्री ने हटाए गए शब्दों को साझा किया, जो लोकसभा के नियमों के खिलाफ है।'