ऑपरेशन अजय: इजराइल से 212 भारतीयों को लेकर लौटी पहली उड़ान
ऑपरेशन अजय के तहत युद्धग्रस्त इज़राइल से 212 भारतीय नागरिकों को निकाल लिया गया है। इज़राइल से भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुँच गई। इन यात्रियों को लेकर पहली चार्टर उड़ान शुक्रवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर हवाईअड्डे पर मौजूद थे और उन्होंने इजराइल से आये भारतीय नागरिकों का स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय ने यात्रियों के देश लौटने पर कहा है, 'अपने देश की धरती पर आपका स्वागत है! 212 नागरिकों को लेकर ऑपरेशन अजय की पहली उड़ान नयी दिल्ली में पहुँची।'
Welcome to the homeland!
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 13, 2023
1st #OperationAjay flight carrying 212 citizens touches down in New Delhi. pic.twitter.com/FOQK2tvPrR
इस उड़ान की व्यवस्था उन लोगों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई जो ऐसा करने में असमर्थ थे क्योंकि एयर इंडिया ने 7 अक्टूबर को लड़ाई शुरू होने वाले दिन तुरंत अपनी उड़ान निलंबित कर दी थी, और इसका वाणिज्यिक संचालन अब तक निलंबित है।
सरकार वापस आने वालों की उड़ान का खर्च वहन कर रही है। तेल अवीव से 'ऑपरेशन अजय' के तहत संचालित विशेष उड़ान में चढ़ने के लिए हवाई अड्डे पर छात्रों सहित भारतीयों की लंबी कतार थी। इजराइल में इस समय करीब 18,000 भारतीय रहते हैं। ग़ज़ा में इजराइल बड़े पैमाने पर बमबारी कर रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया था कि इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू कर रहे हैं। इजराइल में एक छात्र शुभम कुमार ने पीटीआई को बताया, 'हम भारत के आभारी हैं... अधिकांश छात्र थोड़ा घबरा गए थे। अचानक हमने भारतीय दूतावास के माध्यम से प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए कुछ अधिसूचना और लिंक देखे, जिससे हमारा मनोबल बढ़ा। हमें लगा जैसे भारतीय दूतावास जुड़ा हुआ है जो हमारे लिए एक तरह की राहत थी। और फिर हमें सभी व्यवस्थाएं मिल गईं।'
हमास और इजराइल के बीच 6 दिनों से लड़ाई चल रही है। इसमें अब तक क़रीब ढाई हज़ार लोग मारे गए हैं। हमास के इजराइल पर रॉकेट हमले के फौरन बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए हर तरह के आतंकवाद की कड़े शब्दों में आलोचना की थी।
इजराइल ने ग़ज़ा पट्टी में हमास समूह के खिलाफ एक अभूतपूर्व हमले की कसम खाई है। इज़राइल ने अब सीरिया के दो एयरपोर्ट को निशाना बनाया है। सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने ही यह दावा किया है। उसने कहा है कि इज़राइल ने गुरुवार को राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो में मुख्य हवाई अड्डों पर हमले किए। इस हमले के जवाब में सीरिया ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है। कुछ रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि ईरान के विदेश मंत्री का विमान दमिश्क में कुछ समय बाद ही उतरनेवाला था, उससे पहले ही वहाँ बमबारी कर रनवे नष्ट कर दिया गया।
सीरिया ने अपने एयरपोर्टों पर इज़राइली हमले के दावे तब किए हैं जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल पहुंचे और देश को समर्थन देने का वादा किया है। उन्होंने कहा, 'मैं अपने साथ जो संदेश लेकर आया हूं वह यह है: आप अपनी रक्षा करने के लिए अपने आप में काफी मजबूत हो सकते हैं, लेकिन जब तक अमेरिका मौजूद है, आपको ऐसा कभी नहीं करना पड़ेगा।'
आशंका इस बात की जताई जा रही है कि तनाव बढ़ने पर पूरे क्षेत्र में अशांति फैल सकती है। इससे भारत के लिए ऊर्जा सप्लाई प्रभावित हो सकती है। दूसरी बड़ी चिंता विशाल भारतीय समुदाय है, जो वहां रहता है।