ट्रैक्टर रैली: आईटीओ पर हिंसा में एक की मौत
किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसात्मक हो गई है। पुलिस और किसानों की झड़प के बीच एक किसान की मौत हो गई है। मौत की यह रिपोर्ट आईटीओ के पास से आई है। आईटीओ पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और वहीं से पुलिस की बाधा को पार कर किसान निकल रहे हैं। आईटीओ से जो तसवीरें आई हैं उनमें दिख रहा है कि पुलिसकर्मी ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास कर रहे हैं और किसान ट्रैक्टर तेज़ दौड़ाते हुए आगे निकल रहे हैं। उधर बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर लाल क़िला पर पहुँच गए।
आईटीओ के पास पुलिस की बस को भी नुक़सान पहुँचाया गया है। हिंसा में किसान और पुलिसकर्मी दोनों घायल हुए हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने दावा किया है कि तेज़ गति से ट्रैक्टर पलट गया और इससे किसान की मौत हो गई। हालाँकि, किसानों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की फ़ायरिंग से उसकी मौत हुई है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, आईटीओ पर व्यक्ति की मौत तब हुई जब उसके ट्रैक्टर पर फ़ायरिंग की गई और वह ट्रैक्टर पलट गया। 'इंडिया टुडे' की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रैक्टर पलटने से मौत हुई है। हालाँकि, पुलिस की तरफ़ से अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
हालाँकि, दिल्ली पुलिस ने किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए रविवार को ही मंजूरी दे दी थी, लेकिन इसने कई शर्तें भी लगा दी थीं। इन शर्तों पर किसानों को आपत्ति थी। इनमें सबसे महत्वपूर्ण रूट को लेकर किसान नाराज़ थे। एक शर्त यह भी थी कि किसान राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह ख़त्म होने के बाद रैली निकालेंगे। लेकिन किसानों ने उससे पहले ही रैली निकालनी शुरू कर दी।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आन्दोलन कर रहे किसान राजधानी दिल्ली के अंदरूनी हिस्सों तक पहुँच चुके हैं। केंद्रीय दिल्ली के आईटीओ के पास पुलिस उन्हें रोकने की नाकाम कोशिश कर रही है। पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन पुलिस वालों की तुलना में किसानों की तादाद बहुत ज़्यादा है। चारों तरफ अफरातफरी का माहौल है। हालाँकि किसान नेता शुरू से ही आंदोलन को शांतिपूर्ण रखने की बात कहते रहे हैं और क़रीब दो महीने के प्रदर्शन के बाद भी शांति रही थी। सोमवार शाम को भी किसान एकता मोर्चा ने इसी पर जोर दिया था कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण होनी चाहिए।
दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन बंद
किसानों के केंद्रीय दिल्ली तक पहुँच जाने के बाद मेट्रो स्टेशनों के गेट को बंद कर दिया गया है। ग्रीन लाइन के सभी स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। दूसरे कई स्टेशनों सहित आईटीओ मेट्रो स्टेशन के गेट बंद कर दिए गए हैं। ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई है। कई जगहों पर लाठी चार्ज और पथराव की घटनाएँ हुई हैं और आँसू गैस के गोले दागे गए हैं।
इस बीच दिल्ली मेट्रो ने ट्वीट किया है कि ग्रीन लाइन के सभी गेट बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले ग्रीन लाइन के ही टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवरा, मुंडका इंडस्ट्रीयल एरिया, मुंडका, नांगलोई सहित कई स्टेशनों के गेट बंद करने की घोषणा की गई थी।
इसके साथ ही समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोर, जहाँगीर पुरी, आदर्श नगर, आज़ादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाइंस के भी प्रवेश और निकासी के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।