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चौथी तिमाही में जीडीपी पर असर डाल सकता है ओमिक्रॉन

चौथी तिमाही में जीडीपी पर असर डाल सकता है ओमिक्रॉन

बीते साल भी कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जब कई महीनों तक लॉकडाउन लगाया गया था तो अर्थव्यवस्था में काफी गिरावट देखने को मिली थी। 

एचडीएफसी बैंक के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि ओमिक्रॉन का बढ़ता संक्रमण इस साल की चौथी तिमाही में जीडीपी पर असर डाल सकता है। बता दें कि ओमिक्रॉन के संक्रमण को रोकने के लिए क्रिसमस और नए साल के मौके पर दुनिया भर के साथ ही भारत में भी कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं, जो आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहेंगी।

अर्थशास्त्रियों ने इस बात को कहा है कि संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कड़े कदमों की वजह से जीडीपी ग्रोथ में 20 से 30 बेसिस प्वाइंट की कमी आ सकती है।

बीते साल भी कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जब कई महीनों तक लॉकडाउन लगाया गया था तो अर्थव्यवस्था में काफी गिरावट देखने को मिली थी। 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर में हुई एक बैठक में चौथी तिमाही में जीडीपी की विकास दर 6 फीसद होने का अनुमान जताया था। एचडीएफसी बैंक के अर्थशास्त्रियों ने चेताया है कि वैश्विक सुधार में मंदी का असर निर्यात पर भी पड़ सकता है। 

यह भी कहा गया है कि कोरोनावायरस के मामलों में बढ़ोतरी की वजह से रुपए पर दबाव पड़ सकता है और आरबीआई को इसमें दखल देना पड़ सकता है। 

कोरोना की वजह से भारत ही नहीं दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं पर खराब असर पड़ा था और भारत में यह नेगेटिव हो गई थी। अब एक बार जब फिर से दुनिया भर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों की वजह से तमाम प्रतिबंध लगे हैं तो यह कहा जा सकता है कि इसका असर निश्चित रूप से अर्थव्यवस्था पर फिर से होगा।

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