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ओडिशा में 3 ट्रेनें टकराईं थीं, अब तक 261 मौतें, 900 जख्मी, जांच का आदेश

ओडिशा में 3 ट्रेनें टकराईं थीं, अब तक 261 मौतें, 900 जख्मी, जांच का आदेश

ओडिशा ट्रेन हादसे में अभी तक 261 लोगों के मौत की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। हालांकि गैरसरकारी सूत्रों ने मरने वालों की तादाद 290 बताई है। जबकि न्यूज एजेंसी एएनआई ने मरने वालों की संख्या 288 बताई है। अब यह भी साफ हो गया है इस हादसे में दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी के डिब्बे आपस में टकराए हैं। करीब 900 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इस रूट पर 43 ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया। करीब 38 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। हादसे की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि एक उच्च स्तरीय समिति ओडिशा ट्रेन हादसे की जांच करेगी, जिसमें 261 लोग मारे गए और 900 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल पूरा ध्यान बचाव पर है। रेल मंत्री ने यह भी कहा कि दुर्घटना के कारणों पर अभी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। रेल मंत्री घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि इस हादसे में तीन ट्रेनें शामिल हैं।

हालांकि एएनआई ने मरने वालों की तादाद 288 और घायलों की तादाद 747 बताई है। एएनआई का ट्वीट देखिए-

ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना ने एनडीटीवी को बताया है कि इस हादसे में एक तीसरी ट्रेन भी शामिल थी, जो मालगाड़ी थी। बालासोर में शुक्रवार शाम को एक यात्री ट्रेन मालगाड़ी से टकराने की वजह से 261 लोगों की मौत हो गई और 900 लोग घायल हो गए। यह ट्रेन हादसा हाल के दिनों में भारत में सबसे घातक हादसों में से एक है। 

ओडिशा के मुख्य सचिव ने कहा कि शुक्रवार शाम 7 बजे हुए इस हादसे में मौतों की संख्या 261 है, जबकि कोलकाता से लगभग 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में बालासोर जिले में हुई दुर्घटना में लगभग 900 लोग घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि बचाव कार्य जारी है और आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ की तीन इकाइयां, ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स की 4 इकाइयां, 15 से अधिक अग्निशमन दल, 30 डॉक्टर, 200 पुलिस कर्मी और 60 एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया है।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भीषण ट्रेन हादसे के मद्देनजर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कहा कि बचाव कार्यों में मदद के लिए वायु सेना को बुलाया गया है। दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन में हावड़ा-चेन्नई मुख्य लाइन पर हुए हादसे के कारण अब तक लंबी दूरी की 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

हादसा कैसे हुआ

शुक्रवार शाम 7 बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से टकरा गई, जो लूप ट्रैक पर खड़ी थी, पटरी से उतरे डिब्बे आने वाली बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से टकरा गए। ट्विटर पर एक यात्री ने लिखा है हावड़ा से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस में एक यात्री के रूप में मैं बहुत शुक्रगुजार हूं कि मैं बाल-बाल बच गया। यह संभवत: ट्रेन दुर्घटना से जुड़ी सबसे बड़ी घटना है। बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के तीन जनरल कोच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और पटरी से उतर गए। अनुभव दास नाम के इस यात्री ने लिखा है- कोरोमंडल एक्सप्रेस के जनरल, स्लीपर, एसी 3 टियर और एसी 2 टियर सहित लगभग 13 कोच "पूरी तरह से क्षतिग्रस्त" हैं।

कटक में पुलिस उपायुक्त पिनाक मिश्रा ने शनिवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को कोरोमंडल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद घायलों को भर्ती करने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए गए हैं। घटना के बारे में कटक डीसीपी ने कहा कि बालासोर ट्रेन टक्कर के पीड़ितों को कटक के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रांसफर किया जा सकता है।

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