नूंह हिंसाः बिट्टू बजरंगी ने बताया- हम तलवार और हथियार क्यों ले गए थे
नूंह हिंसा की वजह से चर्चा में आए मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी अब अपने पिछले बयानों से पलट रहे हैं। मोनू मानेसर पहले ही कह चुका है कि वो नूंह में 31 जुलाई को मौजूद नहीं था। लेकिन अब एक और गौरक्षक बिट्टू बजरंगी का बयान आया है, जिसमें वो कह रहा है कि हम 31 जुलाई को नूंह की जलाभिषेक यात्रा में तलवार जरूर ले गए थे लेकिन वो तलवारें पूजा के लिए थीं। दरअसल, केंद्रीय मंत्री और गुड़गांव के भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने सवाल उठाया था कि धार्मिक यात्रा में तलवार और लाठी-डंडा लेकर कौन जाता है। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी मेवात में सदियों पुरानी भाई चारे की बात कही है और नूंह हिंसा को गलत ठहराया है।
Bittu Bajrangi is also seen in the video where Ashok Baba is seen firing. On the same day he goes live blaming 'Jihadis' of burning Bus. On the way, he stops his car and asks people to collect stones and store it in his car. pic.twitter.com/PEm8H8gpFC
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 2, 2023
31 जुलाई को नूंह में विहिप और बजरंग दल ने जलाभिषेक यात्रा निकाली थी। जिसके बाद वहां बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। नूंह की हिंसा की आग गुड़गाव, फरीदाबाद और पलवल तक फैली। इस हिंसा में कुल मिलाकर 6 लोग मारे गए।
फरीदाबाद के गौरक्षक बिट्टू बजरंगी ने इंडिया टुडे से एक इंटरव्यू में कहा कि रैली में कुछ लोग वास्तव में हथियार लेकर आए थे, लेकिन वे पूजा के लिए थे। हमने महिलाओं और बच्चों के साथ रैली में भाग लिया। क्या हम किसी पर हमला करेंगे? हर साल शांतिपूर्वक रैली निकाली जाती रही है।
उसने इंडिया टुडे को बताया कि "मंदिर में पूजा के बाद, हमने खाना खाया और कीर्तन का आयोजन किया। जैसे ही हम लौटने के लिए निकले, हमने देखा कि हमारे सामने बसों में आग लगा दी गई थी। पास में एक मस्जिद थी और गोलीबारी शुरू हो गई। हम वापस मंदिर की ओर लौट गए क्योंकि हमें लग रहा था कि मंदिर में हमें घेरा नहीं जाएगा क्योंकि पीछे पहाड़ हैं। हम महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं कि दूसरा मणिपुर न हो जाए। इसलिए हम वापस मंदिर गए।''
Haryana Bajrang Dal leader Bittu Bajrangi was also spotted at Nuh’s Nalhar Mahadev Mandir: pic.twitter.com/NKt3s3yPwV
— HindutvaWatch (@HindutvaWatchIn) August 2, 2023
उसने कहा- "अगर रैली में कोई बंदूकें ले जा रहा था, तो उनके पास लाइसेंस थे। और तलवारें पूजा के उद्देश्य के लिए हैं। ये तलवारें हमले के लिए नहीं हैं, बल्कि शादी-विवाह के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली तलवारें हैं। केवल कुछ लोगों के पास तलवारें थीं। हम अपने परिवारों के साथ वहां गए थे। क्या हम किसी पर हमला करेंगे?"
#BittuBajrangi One More Provocative Video
— Harmeet Kaur K (@iamharmeetK) August 3, 2023
Challenging "Muslims" of #Mewat
मेवात आ रहा हूँ
बाप तो बाप रहेगा
More and More evidence coming up with how this #MewatVoilence Unfolded . https://t.co/mZhRR24M4l pic.twitter.com/JMOISSxAXF
गुड़गांव के भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह, जो केंद्रीय राज्य मंत्री भी हैं, ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में पूछा कि हिंदू रैली में भाग लेने वाले तलवारें क्यों लेकर चल रहे थे। किसने हथियार दिए उनको जुलूस में ले जाने के लिए? कोई तलवार लेके जाता है जुलूस में? लाठी-डंडे लेके जाता है। जुलूस के लिए उन्हें हथियार किसने दिए? यह गलत है। इस तरफ से भी उकसावे की कार्रवाई हुई। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि दूसरी तरफ से कोई उकसावे की कार्रवाई नहीं हुई।''
Yes, have pretty much idea
— Harmeet Kaur K (@iamharmeetK) August 2, 2023
People like @AmanChopra_, who spew hate all the time
People like Faridabad based cow vigilante Bittu Bajrangi instigating violence and challenging Police
Murderer of Junaid and Nasir,Monu Manesar circulating provocative videos, challenging muslim… pic.twitter.com/JleYxUiGxZ
बुधवार को पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंह ने कहा कि अगर दोनों पक्षों के पास हथियार हैं तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।
BJP+Vishwa Hindu Parishad+Bajrang Dal terrorists firing bullets using sophisticated guns in presence of Haryana police. What nexus is this? This is similar to Manipur.
— Bhavika Kapoor ✋ (@BhavikaKapoor5) August 3, 2023
RSS, BJP & their associates are terrorists organisation. Let's be clear about it. They are spreading unrest,… pic.twitter.com/fUuhIcnVPR
'दो दिन पहले मिली थी धमकी'
अपने वायरल वीडियो, जिसे हिंसा के पीछे के तीन वीडियो में से एक बताया जा रहा है, पर टिप्पणी करते हुए बिट्टू बजरंगी ने कहा कि उन्हें रैली से दो दिन पहले धमकी मिली थी कि अगर वह रैली में शामिल होंगे तो उनका विधिवत 'स्वागत' किया जाएगा। बिट्टू ने इंटरव्यू में कहा, ''हिंसा के बाद भी मुझे धमकियां मिलीं कि मेवात के लोगों को इस बात का पछतावा है कि मैं बिना मारे कैसे बच गया।''उधर, दोहरे हत्याकांड में फरार आरोपी मोनू मानेसर भी अपने पिछले बयान से पीछे हट गया है। उसने कहा है कि वो नूंह की उस धार्मिक रैली में 31 जुलाई को शामिल नहीं था। उसका कहना था कि उसे वीएचपी और बजरंग दल ने आने से रोक दिया था। हालांकि मोनू मानेसर ने ही कई दिन पहले सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर रहा था कि वो नूंह की जलाभिषेक यात्रा में मौजूद रहेगा। जो करना हो कर लो।
Here's what Bittu Bajrangi has to say about the viral video#IndiaFirst #Haryana #HaryanaViolence #NuhViolence | @shivaroor @Scribe_Rahul pic.twitter.com/65TlgmvHX6
— IndiaToday (@IndiaToday) August 2, 2023
इस वीडियो के आने के बाद और बिट्टू बजरंगी के वीडियो के बाद से मेवात में तनाव पैदा हो गया। इसका नतीजा 31 जुलाई की धार्मिक यात्रा में सामने आया। बिट्टू बजरंगी ने अपने वीडियो में खुद को मेवात का दामाद कहा था। उसका वीडियो काफी आपत्तिजनक था।