अविश्वास प्रस्तावः लोकसभा में हो सकता है जोरदार हंगामा
"Rahul Gandhi will speak today. He will begin from our side at 12 noon," says Leader of Congress in the Lok Sabha, Adhir Ranjan Chowdhury to ANI#NoConfidenceMotion pic.twitter.com/2ztOXUrRbp
— ANI (@ANI) August 9, 2023
संसद में लगातार दूसरे दिन हंगामा होने की उम्मीद है क्योंकि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बहस फिर से शुरू करेगा। कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव पर वक्ता के तौर पर राहुल गांधी, रेवंत रेड्डी और हेबी ईडन का नाम दिया है। अविश्वास पर बहस गुरुवार तक जारी रहने की उम्मीद है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जवाब देंगे।
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हालांकि राहुल गांधी को बुधवार दोपहर बाद राजस्थान के मानगढ़ में आदिवासियों की एक रैली को भी संबोधित करना है। ऐसे में देखाना है कि राहुल का रुख क्या रहता है। संभावना है कि राहुल दोपहर तक संसद में रहेंगे औऱ उसके बाद राजस्थान चले जाएंगे।
मंगलवार को बहस की शुरुआत कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने यह कह कर की थी कि "एक भारत" की बात करने वाली सरकार ने "दो मणिपुर" बना दिए हैं। गौरव का भाषण तीखा रहा और उन्होंने केंद्र सरकार की मणिपुर नीति को एक्सपोज कर दिया। बहस के दौरान सरकार की ओर से बोलते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी पर हमला बोला और कहा, 'बेटे को सेट करना है, दामाद को भेजना है।' निशिकांत दूबे ऐसे सांसद हैं जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता। चूंकि वो गांधी परिवार पर हमला कर रहे थे तो भाजपा ने उनका बोलने वालों की सूची में शामिल किया था। उधर, राज्यसभा में, विपक्षी इंडिया ने अपने सदस्यों को "देशद्रोही" के रूप में संबोधित करने के लिए सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया।
सरकार की ओर से बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बोलने की उम्मीद है। राहुल के जवाब में स्मृति ईरानी से राहुल पर हमला कराया जा सकता है। क्योंकि स्मृति ईरानी अमेठी से सांसद हैं, जो कभी राहुल का संसदीय क्षेत्र था। कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के पहले दिन मंगलवार को विपक्ष ने जोर देकर कहा था कि मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मौन व्रत' को तोड़ने के लिए उसे ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया। अमित शाह इस संबंध में विस्तृत बयान दे सकते हैं।
विपक्ष की रणनीति यह लग रही है कि लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी रहेगी। दूसरी तरफ राज्यसभा में भी विपक्ष मणिपुर पर चर्चा कराने के लिए कमर कस रहा है। कई दलों के सांसदों ने बुधवार को मणिपुर पर चर्चा कराने के लिए राज्यसभा सभापति को नोटिस दिया है। इनमें आरजेडी और आम आदमी पार्टी प्रमुख है।
6 विधेयक पेश होंगे
सरकार बुधवार को राज्यसभा में छह विधेयक भी पेश करने वाली है। ये हैं संविधान (अनुसूचित जाति) आदेश (संशोधन) विधेयक, 2023; फार्मेसी (संशोधन) विधेयक, 2023; डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, 2023; अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन विधेयक, 2023; तटीय जलकृषि प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2023; और निरसन और संशोधन विधेयक, 2023।
इस बीच, शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी का कहना है, "...अगर प्रधानमंत्री इतने आश्वस्त हैं - तो वह चर्चा के पहले दिन वहां क्यों नहीं थे? बड़े शब्दों के बाद अच्छी कार्रवाई नहीं होती, यही पीएम मोदी और उनकी सरकार के बारे में सब कुछ रहा है... समस्या यह नहीं है कि वह किस बारे में बोलेंगे, बल्कि यह है कि उनके कार्यों ने मणिपुर या हरियाणा और विभिन्न अन्य राज्यों में क्या किया है। मूल्य वृद्धि, भ्रष्टाचार और महिला सुरक्षा के संबंध में उनकी कार्रवाई शून्य और शून्य रही है ...हम इंतजार करेंगे कि पीएम मोदी न सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव पर बल्कि मणिपुर पर भी क्या कहते हैं...।''