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पीएम का हाथ पकड़ने पर सोशल मीडिया पर पूछ रहे हैं- 'नीतीश को हो क्या गया है!'

पीएम का हाथ पकड़ने पर सोशल मीडिया पर पूछ रहे हैं- 'नीतीश को हो क्या गया है!'

प्रधानमंत्री मोदी नालंदा में पहुँचे तो फिर से नीतीश कुमार सुर्खियों में आ गए। आख़िर उन्होंने ऐसा क्या कर दिया कि सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई।

प्रधानमंत्री मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ऐसा इसलिए कि जब पीएम मोदी एक कार्यक्रम में मंच पर बैठे थे और कहीं दूसरी तरफ़ देख रहे थे तो पास में ही बैठे नीतीश कुमार ने अचानक से पीएम मोदी का हाथ पकड़ लिया।

सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में दिखता है कि नीतीश द्वारा पीएम मोदी का हाथ पकड़े जाने पर एकाएक से वह सकपका गए। फिर वीडियो में दिखता है कि पीएम मोदी और नीतीश एक दूसरे की अंगुलियाँ दिखाते हुए कुछ बात करते हैं। लेकिन इस पल को सोशल मीडिया ने पकड़ लिया है और एक्स पर लोगों ने सवाल पूछने शुरू कर दिए कि आख़िर नीतीश कुमार को क्या हो गया है!

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सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि नीतीश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्जनी अंगुली पर अमिट वोट की स्याही को देख रहे थे। यह वीडियो राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के कुछ ही समय बाद का है। पीटीआई द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अरविंद पनगढ़िया सभा को संबोधित करते हुए दिख रहे हैं। फिर कैमरा प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार पर केंद्रित होता है। बिहार के मुख्यमंत्री अचानक प्रधानमंत्री का बायां हाथ पकड़ लेते हैं, जिससे वे लगभग आश्चर्यचकित हो जाते हैं। यह हरकत पीछे बैठे सुरक्षाकर्मियों को भी सचेत कर देती है।

जैसे ही प्रधानमंत्री उनकी ओर झुकते हैं, नीतीश कुमार प्रधानमंत्री की तर्जनी अंगुली की जांच करते हैं। फिर वे प्रधानमंत्री को अपनी बाईं तर्जनी अंगुली दिखाते हैं। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसको लेकर लोगों ने तरह तरह की टिप्पणियाँ कीं। 

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बता दें कि प्रधानमंत्री ने बुधवार को नालंदा विश्वविद्यालय के 455 एकड़ के परिसर का उद्घाटन किया और कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल के 10 दिनों के भीतर उनका वहां आना भारत की विकास यात्रा में एक शुभ संकेत है। उन्होंने कहा, 'मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने के 10 दिनों के भीतर नालंदा आने का अवसर मिला। यह सौभाग्य की बात है। मैं इसे भारत की विकास यात्रा में एक शुभ संकेत के रूप में भी देखता हूं।'

नालंदा में प्राचीन विश्वविद्यालय के स्थल पर विकसित, केंद्रीय विश्वविद्यालय में 40 कक्षाओं के साथ दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं और लगभग 1900 लोगों की बैठने की क्षमता है। इसमें दो सभागार और लगभग 550 लोगों की क्षमता वाला छात्रावास है। एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र, एक एम्फीथिएटर, एक संकाय क्लब और एक खेल परिसर भी है।

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