‘प्याज की चिंता नहीं’ वाले बयान से ट्विटर पर ट्रोल हुईं निर्मला
अर्थव्यवस्था की ख़राब हालत पर फँसीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब प्याज की बढ़ती क़ीमतों पर अजीबोगरीब बयान देकर फँस गई हैं। उन पर विपक्षी दलों के नेता तो हमला कर ही रहे हैं, ट्विटर पर भी उनको ज़बरदस्त निशाना बनाया जा है। सीतारमण पर लोग इसलिए तंज कस रहे हैं क्योंकि बुधवार को संसद में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि प्याज की बढ़ती क़ीमतों से उन्हें कोई ख़ास असर नहीं पड़ता क्योंकि वह इसे ज़्यादा पसंद नहीं करती हैं। शुक्रवार को भी उनके इस बयान का असर संसद में हुआ और विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया। एक दिन पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तंज कसा कि यदि वह प्याज नहीं खाती हैं तो क्या अवोकाडो खाती हैं!
बता दें कि देश के कई हिस्सों में प्याज की क़ीमतें 100 रुपये प्रति किलो से भी ज़्यादा हो गई हैं। इस पर विपक्ष हमलावर है। संसद में प्याज की बढ़ती क़ीमतों पर सवाल उठाए गए। एनसीपी नेता सुप्रिया सुले के सवाल जवाब में सीतारमण ने बुधवार को कहा था, 'मैं बहुत ज़्यादा प्याज-लहसुन नहीं खाती… इसलिए चिंता न करें। मैं ऐसे परिवार से आती हूँ, जिसे प्याज की कोई ख़ास परवाह नहीं है।' इस पर लोगों ने ज़बरदस्त प्रतिक्रियाएँ दीं।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा है, 'कांग्रेस के नेताओं ने संसद के बाहर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अहंकारी व असंवेदनशील बयानों, बढ़ती महँगाई और बढ़ती क़ीमतों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।'
Leaders of the Congress Party protest outside Parliament against rising inflation & soaring prices & the arrogant, insensitive comments by the FM @nsitharaman#SayItLikeNirmalaTai pic.twitter.com/49jysPLPbM
— Congress (@INCIndia) December 5, 2019
टीवी शो होस्ट करने वाले तहसीन पूनावाला ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘माननीय वित्त मंत्री ने कहा कि वे प्याज नहीं खाती हैं और ऐसे परिवार से आती हैं जो प्याज नहीं खाता है।' क्या इसीलिए प्याज की बढ़ती क़ीमतों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता! यह बात मंजूर नहीं है...'
The hon @FinMinIndia says she "does not eat #Onion &she comes from a family that does not eat Onions" . Is that why she is not bothered about the rising #OnionPrice ! This is clearly unacceptable and I hope the hon @FinMinIndia smt @nsitharaman ji does regret this statement ! pic.twitter.com/CIzEndwKSO
— Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) December 4, 2019
एक ट्वीट में उन्होंने विपक्ष से प्याज की क़ीमतों को लेकर सड़क पर उतरने का आह्वान भी किया।
राजनीतिक विश्लेषक गौरव पांधी ने वित्त मंत्री के प्याज वाले बयान पर तंज कसते हुए लिखा,'मैं अर्थशास्त्र नहीं जानता, इसलिए मुझे अर्थशास्त्र की चिंता नहीं है।'
"I don't know economics, so I don't care about Economy" #SayItLikeNirmalaTai
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) December 5, 2019
निर्मला सीतारमण के बयानों की तर्ज पर कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी, संबित पात्रा, स्मृति ईरानी सहित कई बीजेपी नेताओं पर तंज कसे। संस्कारज़म नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा है, 'संबित पात्रा 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के बारे में चिंता नहीं करते क्योंकि वह यह नहीं जानते कि 5 ट्रिलियन में कितने ज़ीरो होते हैं।'
Sambit Patra doesn't care about 5 trillion economy because he don't know how many zeros in 5 trillion.#SayItLikeNirmalaTai
— संस्कारज़म (@Being_Sanskaari) December 5, 2019
आम आदमी पार्टी से जुड़ीं आरती ने भी निर्मला सीतारमण के बहाने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया।
मोदी जी के बाल बच्चे नहीं हैं इसलिए उनको शिक्षा - विक्षा से कोई फर्क नहीं पड़ता #SayItLikeNirmalaTai
— Aarti (@aartic02) December 5, 2019
एसएच कलावत नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, 'आज कहा जा रहा है प्याज नहीं खाओ। कल कहा जाएगा कि रोटी नहीं, बल्कि इसके बदले केक खाओ। बीजेपी, जनता देख रही है।'
#SayItLikeNirmalaTai
— SH Kalawat (@SHKalawat) December 5, 2019
Today it is don't eat Onions.
Tomorrow it will be don't eat bread have a cake instead.@BJP4India Janta Sab Dekh Rahi hai https://t.co/uuRa8LWkXZ
गडप्पा नाम के ट्विटराइट ने लिखा है, 'निर्मला सीतारमण ग़रीबों की चिंता नहीं करती हैं क्योंकि वह ग़रीब नहीं हैं।'
Nirmala Sitharaman doesn't care for the Poor because she is not poor..#SayItLikeNirmalaTai #OnionPrice
— ಗಡ್ಡಪ್ಪ (@Gaddapa) December 5, 2019
बता दें कि आर्थिक मोर्चे पर निर्मला सीतारमण लगातार निशाने पर रही हैं। कुछ दिन पहले ही उद्योगपति राहुल बजाज ने कहा था, ‘कारोबारियों को सरकार की आलोचना करने से डर लगता है’। इसके बाद सरकार की किरकिरी हुई थी। देश की आर्थिक स्थिति ख़राब है और जीडीपी वृद्धि दर इस साल की दूसरी तिमाही में गिरकर 4.5 फ़ीसदी पहुँच गई है। कोर सेक्टर निगेटिव ग्रोथ दिखा रहे हैं। बाज़ार में माँग घटी है। बेरोज़गारी रिकॉर्ड स्तर पर है। इस बीच प्याज की क़ीमतों में बढ़ोतरी के बाद सरकार पर दबाव बढ़ गया है।