राहुल गाँधी ने नरेंद्र मोदी को क्यों कहा, वणक्कम पुडुचेरी?
राहुल गाँधी ने आज नरेंद्र मोदी से कहा, वणक्कम पुडुचेरी!
दरअसल, राहुल गाँधी यह कहकर उस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुटकी ले रहे थे, जब वह बीजेपी कार्यकर्ता के एक सवाल का जवाब टाल गए थे।
ख़बरों के मुताबिक़, बीते बुधवार (19 दिसंबर) को पीएम मोदी नमो ऐप के ज़रिये बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता पुडुचेरी के रहने वाले निर्मल कुमार जैन ने पीएम से पूछा, प्रधानमंत्री जी, आपकी सरकार मिडिल क्लास से सिर्फ़ और सिर्फ़ टैक्स वसूल रही है लेकिन इनकम टैक्स, लोन लेने की प्रक्रिया में किसी तरह की राहत नहीं दे रही है। मेरी आपसे विनती है कि आप मिडिल क्लास का ध्यान रखें धन्यवाद।’
इसके जवाब में पीएम ने कहा, ‘शुक्रिया निर्मल जी। आप एक कारोबारी हैं, इसलिए यह सामान्य बात है कि आपने कारोबार के बारे में बात की। मैं आम लोगों की समस्याओं की चिंता करता हूँ और हम आम लोगों का ही ध्यान रखेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने बात का रुख दूसरी तरफ़ मोड़कर कहा, चलिए पुडुचेरी को वणक्कम। यानी पुडुचेरी को नमस्कार करके वह आगे बढ़ गए।
इसी पर राहुल गाँधी प्रधानमंत्री की चुटकी ले रहे थे। राहुल ने लिखा कि ‘वणक्कम पुडुचेरी। यह संघर्ष कर रहे मिडिल क्लास को पीएम का जवाब है। संवाददाता सम्मेलन की बात तो छोड़िए वह (प्रधानमंत्री) अपने बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के सम्मेलन का भी सामना नहीं कर सकते’।
राहुल ने ट्वीट के साथ अंग्रेजी अख़बार डेक्कन हेरल्ड की ख़बर का लिंक भी दिया है। अख़बार की ख़बर का हेडिंग है - ‘मिडिल क्लास पर बीजेपी कार्यकर्ता के सवाल पर स्टम्प हुए मोदी’।
Vanakam Puducherry!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 25, 2018
That’s NoMo’s answer to the struggling middle class.
Forget a press conference he can’t even string together a polling booth worker’s conference.
BJP-vetted questions is a superb idea. Consider vetted answers as well. https://t.co/ukoDtgCvld @deccanherald
राहुल गाँधी कई बार पीएम मोदी को इस बात के लिए चुनौती दे चुके हैं कि उन्हें प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर पत्रकारों के सवालों का सामना करना चाहिए।
उधर, बीजेपी कार्यकर्ता के सवाल का जवाब न दे पाने के कारण हुई फ़जीहत के बाद पार्टी अब सतर्क हो गई है।
टाइम्स ऑव इंडिया के मुताबिक़, प्रधानमंत्री कार्यालय ने फ़ैसला लिया है कि सवालों और सवाल पूछने वालों के चयन में अब और ज़्यादा सावधानी रखी जाएगी। ख़बर के मुताबिक़, अब जिन भी लोगों को पीएम से सवाल पूछने होंगे उसके लिए उन्हें रविवार को होने वाले प्रोग्राम से 48 घंटे पहले सवाल का विडियो बनाकर भेजना होगा।
ज़ाहिर है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में ये सावधानी इसलिए बरती जा रही है कि दुबारा निर्मल कुमार जैन जैसा हादसा न हो जाए।