गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ पर नकेल कसने के लिए एनआईए ने बुधवार को देश के 6 राज्यों के 51 स्थानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी के साथ ही एनआईए ने गैंगस्टर और आतंकवादी गठजोड़ की कमर तोड़ने के लिए बड़ा हमला किया है।
इस छापेमारी और तलाशी में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में स्थित संगठित आपराधिक सिंडिकेट, ड्रग तस्करों, शीर्ष गैंगस्टरों और उनके आपराधिक- व्यापारिक सहयोगी मुख्य निशाने पर रहे।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एनआईए ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, दविंद्र बंबीहा और अर्श दल्ला के गिरोह के सदस्यों से संबंधित छह राज्यों में 51 स्थानों पर बुधवार सुबह तलाशी और छापेमारी की है।
वहीं द हिंदू वेबसाइट की खबर एनआईए के एक अधिकारी के हवाले से कहती है कि एनआईए लॉरेंस, बंबीहा और अर्श दल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 3 मामलों में 6 राज्यों में 51 स्थानों पर छापेमारी कर रही है।
अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान अर्श दल्ला गिरोह के एक सहयोगी को हिरासत में लिया गया है।
जबकि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जेल में है, गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श दल्ला कनाडा में रहता है और दविंदर बंबीहा 2016 में पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
पंजाब में 30 जगहों पर हुई एनआईए की छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब के फिरोजपुर से खालिस्तानी आतंकवादी अर्श डल्ला के नजदीकी जोरा सिंह को गिरफ्तार किया गया है। जोरा सिंह के मोबाइल फोन में अर्श डल्ला के साथ उसकी चैटिंग के सबूत मिले हैं।वहीं राजस्थान के जैसलमेर से भी एक संदिग्ध को हिरासत लिए जाने की खबर सामने आ रही। प्राप्त जानकारी के मुताबिक उससे पूछताछ की जा रही है।
अब तक सामने आयी जानकारी के मुताबिक पंजाब में करीब 30 और हरियाणा में 4 जगहों पर छापेमारी की सूचना है। उत्तरप्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, अलीगढ़, सहारनपुर में एनआई ने छापेमारी की है।
एनआईए की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद चल रहा है।
इसके कारण दोनों देशों के संबंधों में कड़वाहट आयी है। कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर बिना किसी ठोस सबूत के गंभीर आरोप लगाए थे जिसका भारत ने जोरदार खंडन किया है।
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी एक बार फिर से सक्रिय हैं और लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं। उन्होंने बीतें दिनों कनाडा में स्थित भारतीय दूतावास पर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
43 खालिस्तानी-गैंगस्टरों और संदिग्धों की तस्वीर जारी की गई थी
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा है कि यह छापेमारी खालिस्तान समर्थक तत्वों और गैंगस्टरों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए की जा रही है।इस नेटवर्क से जुड़े आतंकी और गैंगस्टर लक्षित हत्याओं, सरकारी भवनों पर हमले, जबरन वसूली, सीमा पार से हथियारों और दवाओं की तस्करी सहित हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
ये कनाडा, यूके, यूएस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि एनआईए ने पिछले बुधवार को 43 खालिस्तानी-गैंगस्टरों और संदिग्धों की तस्वीर जारी की थी, जो भारत और विदेशों में विभिन्न अवैध गतिविधियों में शामिल हैं।
इससे पहले एनआईए ने चंडीगढ़ और अमृतसर में अमेरिका स्थित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की दो संपत्तियों को भी जब्त कर लिया था।
कनाडा स्थित शीर्ष खालिस्तानी नेताओं और गैंगस्टरों की वित्तीय गतिविधियों की एनआईए जांच से पता चला है कि भारत में जबरन वसूली और तस्करी के माध्यम से जमा किए गये धन से भारत और कनाडा में हिंसक घटनाओं को भी अंजाम दिया जा रहा है।
जांच में सामने आया है कि इस धन को फिल्मों से लेकर कनाडाई प्रीमियर लीग में भी निवेश किया गया है। गैंगस्टरों द्वारा कमाए गए पैसे को थाईलैंड के क्लबों और बारों में भी निवेश किया गया था।