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एनआईए ने दाऊद पर रखा 25 लाख का इनाम; पकड़ा जाएगा?

एनआईए ने दाऊद पर रखा 25 लाख का इनाम; पकड़ा जाएगा?

दाऊद इब्राहिम को 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों का मास्टरमाइंड माना जाता है। क्या भारत सरकार उसे वापस हिंदुस्तान ला पाएगी?

एनआईए ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर 25 लाख रुपए के इनाम का एलान किया है। एनआईए ने इनाम की घोषणा दाऊद इब्राहिम के बारे में सूचना देने और उसकी कोई नई तस्वीर जारी करने के बारे में की है। दाऊद के अलावा उसके सहयोगी छोटा शकील पर 20 लाख रुपए का जबकि अन्य आतंकियों अनीस इब्राहिम, जावेद चिकना और टाइगर मेमन पर 15 लाख रुपए के इनाम का एलान किया गया है। 

एनआईए ने बयान जारी कर कहा है कि दाऊद इब्राहिम और अन्य आतंकी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अलकायदा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 

एनआईए ने इस साल मई में मुंबई में दाऊद इब्राहिम के सहयोगी, ड्रग पैडलर और हवाला ऑपरेटर से जुड़े 1 दर्जन से अधिक जगहों पर छापेमारी की थी। तब सलीम फ्रूट नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था। 

एनआईए ने उसके घर से कुछ कागजात भी बरामद किए थे और माहिम दरगाह और हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी सुहैल खंडवानी को भी हिरासत में लिया था। भारत सरकार ने साल 2019 में मसूद अजहर, हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम को यूएपीए कानून के तहत आतंकी घोषित कर दिया था। 

मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड 

पिछले साल भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया था कि दाऊद इब्राहिम और कुछ अन्य आतंकी एक पड़ोसी देश में रह रहे हैं। दाऊद इब्राहिम को 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों का मास्टरमाइंड माना जाता है। 

मुंबई धमाकों में ढाई सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और धमाकों में सैकड़ों करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। तब मुंबई के अलग-अलग इलाकों में 12 जगहों पर बम धमाके हुए थे और इसमें 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। 

दाऊद इब्राहिम मूल रूप से भारतीय है लेकिन बाद में उसने पाकिस्तान में शरण ले ली थी। दाऊद के बारे में कहा जाता है कि वह कराची की एक बेहद सुरक्षित और पॉश कॉलोनी में रहता है। भारत कहता रहा है कि पाकिस्तान ने दाऊद इब्राहिम को शरण दी है।

भारत लाने का किया था वादा

साल 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि अगर एनडीए सत्ता में आता है तो उनकी सरकार दाऊद इब्राहिम को पकड़कर भारत लाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि पिछली सरकारों ने इस दिशा में ठोस प्रयास नहीं किए। इसके बाद कांग्रेस ने कई बार नरेंद्र मोदी को उनके इस वादे की याद दिलाई थी और पूछा था कि वह अपने वादे को कब पूरा करेगी।  

मौत की खबर आई थी

महाराष्ट्र कांग्रेस ने पूछा था कि सरकार को इस बारे में स्थिति साफ करनी चाहिए कि दाऊद इब्राहिम जिंदा है या मर चुका है। साल 2020 में ऐसी खबर आई थी कि दाऊद की कराची के एक अस्पताल में मौत हो गई है। उससे पहले दाऊद के कोरोना से संक्रमित होने की खबर भी आई थी। तब महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि उसे इस बारे में स्थिति साफ करनी चाहिए। 

साल 2017 में बीजेपी ने कहा था कि दाऊद की यूएई में 15000 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है। बीजेपी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी कूटनीतिक सफलता करार दिया था।

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