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NEET UG 2024 नतीजे का सचः 85% छात्र गुजरात के एक सेंटर से कैसे पास हो गए

NEET UG 2024 नतीजे का सचः 85% छात्र गुजरात के एक सेंटर से कैसे पास हो गए

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा शनिवार को जारी नीट यूजी 2024 नतीजों में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इनसे लगता है कि बड़े पैमाने पर नीट एंट्रेंस में धांधली हो रही थी। गुजरात के सेंटर से 85 फीसदी छात्रों का पास होना बहुत कुछ बताता है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनटीए ने शनिवार को शहर के हिसाब से नीट के नतीजे जारी किए। इससे सारी कहानी का पर्दाफाश हो गया। लेकिन गोदी मीडिया ने इन नतीजों में हिन्दू-मुसलमान करने की पूरी कोशिश की। जानिए पूरी बातः

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-अंडरग्रेजुएट (NEET-UG) 2024 के लिए शहर-वार और केंद्र-वार परिणाम जारी किए। नीट परिणाम 2024 के लिए एनटीए द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। क्वालिफाई करने वाले छात्रों की सबसे अधिक संख्या राजकोट केंद्र, यूनिट स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग से आई, जिसमें कुल 22,701 छात्र थे। राजकोट के इस सेंटर से उल्लेखनीय रूप से, 85 फीसदी छात्र परीक्षा में पास हुए।

राजकोट सेंटर में सर्वाधिक मार्क्स पाने वाले छात्र

  • 700 से ज्यादा मार्क्स वाले: 12 छात्र
  • 650 से अधिक मार्क्स वाले: 115 छात्र
  • 600 से अधिक मार्क्स वाले: 259 छात्र
  • 550 से अधिक: 403 छात्र

गुरुवार, 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को 20 जुलाई तक एनईईटी यूजी परिणाम जारी करने का निर्देश दिया। 5 मई को आयोजित नीट यूजी में 14 अंतरराष्ट्रीय सहित 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर 23.33 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था। एक तरफ गुजरात के राजकोट का जो नतीजा आया, उससे धांधली का आरोप साबित हुआ। अब सीकर (राजस्थान) का नतीजा भी देखिएः

विद्या भारती सीकर (राजस्थान) सेंटर के नतीजे

  • 700 मार्क्स से ज्यादा वाले: 8 छात्र
  • 650 से अधिक मार्क्स: 69 छात्र
  • 600 से अधिक मार्क्स: 155 छात्र
  • 500 से अधिक मार्क्स: 241 छात्र

पूरे भारत में, राजस्थान का सीकर शहर NEET की सफलता के मामले में उल्लेखनीय केंद्र के रूप में उभरा है, इस जिले के छात्रों ने रिकॉर्ड-तोड़ अंक हासिल किए हैं। उल्लेखनीय रूप से, सीकर के 149 छात्रों ने राष्ट्रीय परीक्षा में एक उच्च मानदंड स्थापित करते हुए 700 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, क्षेत्र के 2,037 छात्रों ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, और कुल 4,297 छात्रों ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। शीर्ष प्रदर्शन करने वाले 50 केंद्रों में से 29 केंद्र सीकर में हैं। सीकर के कुल 6,038 छात्रों ने 550 से अधिक अंक प्राप्त किए, और 8,225 छात्रों ने 500 अंक की सीमा को पार कर लिया। इस असाधारण सफलता से सीकर के शिक्षक और अभिभावकों दोनों ही हैरान हैं। क्योंकि एक ही जिले से शीर्ष अंकों का आना अभूतपूर्व है। सीकर के मामले में एक बात बस अच्छी है कि वहां के किसी एक केंद्र ने ही नहीं सफलता का डंका पीटा। वहां के हर सेंटर ने बेहतर किया। लेकिन इसके मुकाबले गुजरात में राजकोट के एक सेंटर ने ही जरूरत से ज्यादा बेहतर किया। गोधरा में पेपर लीक का राष्ट्रीय नेटवर्क पकड़ा गया था। एक स्कूल के प्रिंसिपल, मैनेजर, टीचर और अन्य दलाल पकड़े गए थे।

हरियाणा के रोहतक में मॉडल स्कूल सेंटर के 45 छात्रों ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।

हरियाणा में एक विरोधभास भी दिख रहा है। नीट परिणामों के विश्लेषण से पता चला कि हरियाणा के बहादुरगढ़ में हरदयाल पब्लिक स्कूल में कुल 494 छात्र परीक्षा दे रहे थे। इनमें सर्वाधिक स्कोर 682 था, जो केवल एक छात्र ने हासिल किया। इसके अतिरिक्त, केवल 13 छात्र 600 से अधिक अंक प्राप्त करने में सफल रहे। जबकि इससे पहले जो नतीजा बताया गया था, उसमें इस सेंटर के छह छात्रों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त किए थे, लेकिन अब किसी ने भी 682 से ऊपर स्कोर नहीं किया है।

हरियाणा के इस केंद्र को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब NEET परीक्षा का डेटा पहले अपलोड किया गया था, जिसमें छह छात्रों को पूरे सही स्कोर के साथ दिखाया गया था। इसके अतिरिक्त, दो उम्मीदवारों ने क्रमशः 718 और 719 मार्क्स प्राप्त किए। इस तरह का नतीजा असंभव है। इसलिए यह व्यापक संदेह के घेरे में आ गया और देशव्यापी हंगामा हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए दिए गए ग्रेस मार्क्स को रद्द कर दिया और 1,563 उम्मीदवारों को दोबारा परीक्षा देने का आदेश दिया। इनमें से करीब 800 छात्र दोबारा परीक्षा में शामिल हुए। अब उनके नतीजे सामने हैं, जिन्होंने पहले वाली परीक्षा में परफेक्ट 720 मार्क्स हासिल किए थे।

ओएसिस पब्लिक स्कूल हजारीबाग के प्रिंसिपल को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया था। यहां के 701 छात्रों ने परीक्षा दी थी। यहां उच्चतम स्कोर 700 से नीचे है, जिसमें सात छात्रों ने 650 से ऊपर, 23 ने 600 से ऊपर और 46 ने 550 से ऊपर स्कोर किया। यहां के प्रिंसिपल मुस्लिम थे और कुछ न्यूज एजेंसियों और गोदी मीडिया ने इसका ज्यादा प्रचार कर इस हिन्दू मुस्लिम बनाने की कोशिश की। बिहार के एक कुख्यात यूट्यूबर ने नीट धांधली की जिम्मेदारी मुस्लिमों पर डालते हुए वीडियो बनाए। उसने उन गिरफ्तार आरोपियों का अपने यूट्यूब में हवाला नहीं दिया जो गैर मुस्लिम थे। भाजपा नेताओं ने उसके वीडियो को बिहार और झारखंड में बहुत बड़े पैमाने पर शेयर किया था। अब जब देश में अकेले राजकोट से जब 85 फीसदी छात्र पास हुए हैं तो मीडिया खामोश है।

सुप्रीम कोर्ट 22 जुलाई को इस मामले पर सुनवाई फिर से शुरू करने वाला है। अब वो शहर के हिसाब से घोषित नतीजों पर नजर डालेगा। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं में परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा कराने और धांधली के आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई है।

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