NEET: सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को खींचा लेकिन राहुल ने मोदी को क्यों ललकारा
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को NEET-UG 2024 परीक्षा के आयोजन में पेपर लीक और धांधली का आरोप लगाने वाली याचिकाओं पर NTA और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया। इस मुद्दे पर देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। सरकार ने पर्दा डालने की कोशिश की लेकिन उसे नाकामी मिली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि छोटी सी लापरवाही से भी पूरी तरह से निपटने की जरूरत है। अगर आप से रत्तीभर भी गलती हुई है तो उसे स्वीकार कीजिए।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "अगर किसी की ओर से 0.001% लापरवाही है तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।" अदालत ने यह भी कहा कि वह देश में सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक की तैयारी के लिए मेडिकल छात्रों की कड़ी मेहनत को नहीं भूल सकती। अदालत ने कहा, "बच्चों ने परीक्षा की तैयारी की है, हम उनकी मेहनत को नहीं भूल सकते।"
जस्टिस विक्रम नाथ ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से कहा कि सुप्रीम कोर्ट उससे समय पर कार्रवाई की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा, ''आइए हम याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई करें।''
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी होते ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को "चुप रहने" के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। राहुल गांधी नीट को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं। बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का केंद्र बन चुके हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी। विपक्ष की ज़िम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज़ सड़क से संसद तक मज़बूती से उठा कर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
NEET-UG परीक्षा 5 मई को भारत के 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे। उस दिन आम चुनाव के नतीजे आ रहे थे। उसी की आड़ लेकर नतीजे घोषित हुए। हालाँकि, परिणाम घोषित होने के बाद, माता-पिता और शिक्षकों ने 1,563 छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स पर संदेह जताया।
विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा हमला करने के साथ एक बड़े विवाद में तब्दील होने के बाद, केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह उन लोगों के लिए परीक्षा रद्द कर रही है, जिन्हें ग्रेस मार्क्स मिले थे। इसमें कहा गया है कि इन छात्रों को 23 जून को दोबारा परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी और परिणाम 30 जून से पहले घोषित किए जाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहले तो पेपर लीक से ही इनकार कर दिया। एनटीए की भी तारीफ कर दी। लेकिन जब छात्रों ने देशभर में प्रदर्शन कर उनका पुतला जलाया तो प्रधान ने बाद में कहा कि अगर नीट के संचालन में एनटीए अधिकारियों की गलती मिली तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
इस महीने की शुरुआत में, 20 मेडिकल उम्मीदवारों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर 2024 की प्रवेश परीक्षा को रद्द करने और अनियमितताओं की सीबीआई जांच अदालत की निगरानी में कराने की मांग की थी। याचिका में दावा किया गया कि NEET 2024 परीक्षा में 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए। यह भी दावा किया गया कि 620-720 अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों में 400 प्रतिशत की असामान्य वृद्धि हुई थी।