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नीमच बारूद के ढेर पर, गैरकानूनी ढंग से रखी गई मूर्ति

नीमच बारूद के ढेर पर, गैरकानूनी ढंग से रखी गई मूर्ति

नीमच के डीएम ने कहा है कि दरगाह के पास हनुमान मूर्ति गैरकानूनी ढंग से रखी गई है। जबकि वीएचपी और अन्य दक्षिणपंथी संगठन इस बात पर अड़े हैं कि मूर्ति हटाई गई हे तो इस दरगाह को भी हटाया जाए। हालांकि दरगाह पुरानी है और उसका जिक्र सरकारी अभिलेखों में हैं।

मध्य प्रदेश के खरगोन में पिछले दिनों सांप्रदायिक हिंसा की आग अभी पूरी तरह से ठंडी भी नहीं पड़ी है, इस बीच मालवा के नीमच में सांप्रदायिक तनाव के मामले ने तूल पकड़ लिया है।नीमच शहर के कचहरी क्षेत्र से लगे फव्वारा चौक पर स्थित 86 साल पुरानी एक दरगाह को हटाकर उसकी जगह हनुमान प्रतिमा स्थापित करने को लेकर बवाल मचा हुआ है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल तथा अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने पूरे मामले को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। शुक्रवार को शहर बंद की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नीमच के ताजा हालातों को लेकर कलेक्टर मयंक अग्रवाल और जिले के अन्य प्रशासनिक अफसरों से बातचीत की है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर अग्रवाल को निर्देशित किया है कि शांति व्यवस्था के लिए समुचित कार्रवाई करें।बता दें, नीमच में मंगलवार को हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना को लेकर जमकर बवाल हुआ था। देखते ही देखते यह पूरा मामला सांप्रदायिक तनाव में बदला गया था। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजना पड़ी थीं। आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे। नीमच सिटी में धारा 144 लगाना पड़ी थी। नीमच के कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मीडिया को बताया है-

1936 के राजस्व रिकार्ड के अनुसार पुरानी कचहरी क्षेत्र में लक्ष्मी नारायण मंदिर और दो दरगाह हैं। वर्तमान में जो मूर्ति रखी गई, वह दो दिन पूर्व ही रखी गई थी। इसकी अनुमति नहीं ली गई थी। कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा यह किया गया था।’


- मयंक अग्रवाल, कलेक्टर, नीमच, मध्य प्रदेश

घटनाक्रम मंगलवार की शाम से शुरू हुआ था। फव्वारा चौक दरगाह क्षेत्र में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने पहुंचे लोगों और इसका विरोध करने वालों को पुलिस ने चर्चा के लिए कंट्रोल रूम बुलाया था। कंट्रोल रूम जाने के पहले पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी हो गई थी। एक बाइक को पेट्रोल डालकर फूंक दिया गया था। जबकि आधा दर्जन अन्य वाहन तोड़ डाले गये थे। पत्थरबाजी में नीमच कोतवाली के टीआई चोटिल हुए थे। पुलिस के वाहन भी फूटे थे। धरपकड़ करने पहुंचने पर पुलिस पर अलग-अलग जगहों पर भी पत्थर फेंके गये थे।तनाव को रोकने और हिंसा न फैले इस दृष्टि से पुलिस ने दरगाह और पूरे परिसर को अपने कब्जे में ले लिया था। परिसर में स्थापित की गई हनुमान जी की प्रतिमा को यहां से हटाकर कोतवाली थाना परिसर स्थित हनुमान मंदिर में विराजित करा दिया गया था।

 - Satya Hindi

नीमच की प्राचीन दरगाह, जिसे हटाने की मांग बीजेपी और आरएसएस से जुड़े संगठन कर रहे हैं

हिन्दू समाज के लोगों का आरोप था कि सरकारी जगह पर अवैध तरीके से दरगाह बनी हुई है। हनुमान प्रतिमा की स्थापना वे करना चाहते थे। प्रतिमा की स्थापना कर भी ली थी, लेकिन मुस्लिम समाज के दबाव में आकर प्रशासन ने प्रतिमा को हटा दिया।

हनुमान चालीसा का पाठ

पूरे विवाद के बीच बुधवार शाम को बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर हिन्दूवादी संगठनों ने फव्वारा चौक की दरगाह और बेहद तनावग्रस्त इस क्षेत्र में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान बड़ी मात्रा में पुलिस बल मौजूद रहा, लेकिन तनाव के हालात बने रहे।

विश्व हिन्दू परिषद की तीन मांगें हैं

विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष अनुपाल सिंह झाला ने जिला प्रशासन से तीन मांगें की हैं। इन मांगों में - पुरानी कचहरी परिसर को प्रशासन अपने कब्जे में ले, अन्य समाज के अतिक्रमण को हटायेे और परिसर में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में बालाजी महाराज (हनुमान जी) की प्रतिमा विधि-विधान से स्थापित करे, मांगें शामिल हैं।अपनी मांगों को लेकर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने शुक्रवार को नीमच सिटी बंद करने का ऐलान किया है। विहिप-बजरंग दल और अन्य संगठनों ने कहा है, ‘मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन तेज कर दिया जायेगा।’

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