पेट में दर्द की शिकायत के बाद शरद पवार अस्पताल में भर्ती
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी प्रमुख शरद पवार को मुंबई के अस्पातल में भर्ती काराया गया है। कहा गया है कि उनको पेट में दर्द की शिकायत है। पार्टी ने शाम को एक बयान जारी कर कहा है कि उनको कल एंडोस्कोपी और एक सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाना था।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ट्वीट किया, 'कृपया ध्यान दें, हमारे पार्टी अध्यक्ष शरद पवार साहेब को कल एंडोस्कोपी और सर्जरी प्रक्रिया के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाना था, लेकिन चूँकि उन्हें फिर से पेट में कुछ दर्द हो रहा है, वह आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हुए हैं।'
Attention please,
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) March 30, 2021
Our party president Sharad Pawar saheb was supposed to be admitted in hospital for endoscopy and surgery procedure tomorrow, but since he is experiencing some pain again in the abdomen, he is admitted in Breach Candy Hospital in Mumbai today.
एनसीपी ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि पवार को गाल ब्लैडर यानी पित्ताशय की बीमारी का पता चला है और सर्जरी की ज़रूरत है। नवाब मलिक ने कहा कि उन्होंने रविवार शाम को पेट में कुछ दर्द महसूस किया था और एक चेकअप कराया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उनके पित्ताशय में पथरी पाई।
पवार को यह दिक्कत और अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर तब आई है जब महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार और उनकी पार्टी मुश्किल के दौर से गुज़र रही है। मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री से लदी कार मिलने के मामले के बाद एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख कई आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन आरोपों के बाद से गठबंधन सरकार में खटपट की ख़बरें हैं।
इस खटपट के बीच ही अब अटकलें हैं कि शरद पवार ने हाल ही में अमित शाह से मुलाक़ात की है। शनिवार को एक गुजराती समाचार पत्र में ख़बर प्रकाशित हुई कि गौतम अडानी के फ़ार्म हाउस पर शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल और अमित शाह की मुलाक़ात हुई और यह बैठक देर रात तक चली। इस ख़बर के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बयानबाज़ी शुरू हो गयी कि क्या राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाकर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन करने वाली है।
शिवसेना की तरफ़ से ऐसी किसी मुलाक़ात को खारिज किया गया और कहा गया कि यह ख़बर झूठी है। बाद में संजय राउत का बयान आया कि कोई बड़ा नेता यदि केंद्रीय गृह मंत्री से मिलता है तो इसमें ग़लत क्या है। राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भी उस ख़बर पर अपनी सफ़ाई दी थी।