महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में माओवादी हमला, 16 जवान शहीद
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में माओवादियों ने आईईडी विस्फोट किया है। विस्फोट में 16 जवान शहीद हो गए हैं। विस्फोट गढ़चिरौली के कुरखेड़ा इलाक़े में हुआ। बताया जाता है कि घटना के वक़्त कमांडो की यूनिट का दस्ता वहाँ से गुजर रहा था। इसी दौरान माओवादियों ने घात लगाकर विस्फोट किया।
16 security personnel killed as Naxals trigger IED blast in Maharashtra's Gadchiroli
— ANI Digital (@ani_digital) May 1, 2019
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को ही गढ़चिरौली में माओवादियों ने रोड बनाने वाली कंपनी के 25 वाहनों में आग लगा दी थी। बीते 2 सालों में इसे महाराष्ट्र में माओवादियों का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ भी हुई। माओवादियों ने सुरक्षा बलों की गाड़ियों को निशाना बनाते हुए यह धमाका किया है। ख़बरों के मुताबिक़, धमाके की चपेट में सुरक्षा बलों की दो गाड़ियाँ आई हैं।
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि वाहनों के परखच्चे उड़ गये। बता दें कि पिछले साल अप्रैल में गढ़चिरौली में हुए एक बड़े एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने 40 माओवादियों को मार गिराया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। हिंसा के लिए ज़िम्मेदार साजिशकर्ताओं को बख़्शा नहीं जाएगा।
Strongly condemn the despicable attack on our security personnel in Gadchiroli, Maharashtra. I salute all the brave personnel. Their sacrifices will never be forgotten. My thoughts & solidarity are with the bereaved families. The perpetrators of such violence will not be spared.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2019
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जवानों पर हमले की कड़ी निंदा की है और इस हमले को कायराना हरक़त करार दिया है। उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
पिछले महीने ही छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) के जवानों को अपना निशाना बनाया था। छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके़ में हुए नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ़ के तीन जवान शहीद हो गए थे जबकि बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई थी।बता दें कि 25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था। यह दिल दहला देने वाली घटना थी। इस घटना में कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा और नंदकुमार पटेल समेत 25 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे।
अप्रैल 2017 में सुकमा जिले में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। अक्टूबर 2009 में भी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में लाहिड़ी पुलिस थाने पर हमला करके नक्सलियों ने 17 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी।