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समीर वानखेड़े ने माँ के मृत्यु प्रमाण पत्र में किया फर्जीवाड़ा: नवाब मलिक

समीर वानखेड़े ने माँ के मृत्यु प्रमाण पत्र में किया फर्जीवाड़ा: नवाब मलिक

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े एक और मुश्किल में फँस सकते हैं? जानिए, उनपर यह आरोप क्यों लगा कि उन्होंने अपनी मां के दो मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाए...

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर एक और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। उन्होंने अब समीर वानखेड़े की माँ जाहिदा का मृत्यु प्रमाण पत्र शेयर किया है जिसमें नवाब मलिक ने इस सर्टिफिकेट के ज़रिए दावा किया है कि वैसे तो वानखेड़े ने अपनी मां जाहिदा को ओशिवारा के कब्रिस्तान में दफनाया था लेकिन जब मृत्यु प्रमाण पत्र बीएमसी से हासिल किया तो उसमें हिंदू दिखाया गया। ऐसे में समीर वानखेड़े और नवाब मलिक का मामला अब हिंदू मुसलिम के बीच फँस कर रह गया है।

नवाब मलिक ने गुरुवार को एक ट्वीट करके समीर वानखेड़े पर एक और हमला बोला। मलिक ने एक फोटो जारी करते हुए कहा कि अंतिम संस्कार के लिए मां को मुसलिम बता दिया और जब कागजात बनवाने की बारी आई तो उसमें हिंदू दिखा दिया गया। 

मलिक ने आरोप लगाया कि वानखेड़े परिवार ने जाहिदा वानखेड़े की मौत में भी फर्जीवाड़ा किया और दो अलग-अलग धर्मों से दस्तावेज बनाए।

मलिक का कहना है कि समीर वानखेड़े की माँ जाहिदा की मौत 16 अप्रैल 2015 को हुई थी। पहला सर्टीफिकेट 16 अप्रैल 2015 को बनाया गया जिसे मुंबई के ओशिवारा कब्रिस्तान से जारी किया गया था जिसमें जाहिदा का धर्म मुसलिम बताया गया था। जबकि दूसरा सर्टिफिकेट 17 अप्रैल 2015 को बनवाया गया जिसमें जाहिदा का धर्म हिंदू बताया गया। 

बता दें कि नवाब मलिक पिछले काफ़ी समय से समीर वानखेड़े पर हमलावर हैं। मलिक ने वानखेड़े पर दो दिन पहले ही हमला करते हुए समीर वानखेड़े की पहली शादी की एक तसवीर जारी की थी जिसमें वानखेड़े एक मौलवी के साथ बैठे हुए नज़र आये थे। उस फोटो में समीर वानखेड़े निकाहनामा पर दस्तखत करते हुए दिखते हैं।

दो दिन पहले मंत्री नवाब मलिक ने एक ट्वीट में लिखा था कि ‘कबूल है, कबूल है, कबूल है’। मलिक ने अपने ट्वीट में आगे लिखा था कि ‘यह क्या किया तुमने समीर दाऊद वानखेड़े?’ नवाब मलिक ने दावा किया था कि जिस कागज पर यह शख्स दस्तखत करते हुए नज़र आ रहा था दरअसल वह समीर दाऊद वानखेड़े थे, और जिस कागज पर दस्तख़त किए गए वह कागज समीर वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा था। 

नवाब मलिक ने सत्य हिंदी से बातचीत में बताया कि समीर वानखेड़े ने एक झूठ को छुपाने के लिए कई झूठ बोले हैं और कई फर्जीवाड़े भी किए हैं। मलिक का कहना है कि जब तक समीर वानखेड़े को वह जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंचा देंगे तब तक चुप नहीं बैठेंगे। मलिक ने साथ ही यह भी कहा कि उनकी लड़ाई किसी शख्स के ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि उस फर्जीवाड़े के ख़िलाफ़ है जो मुंबई और महाराष्ट्र में फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को पिछले काफी समय से ड्रग्स रखने के एवज में ब्लैकमेल कर रहा था।

मलिक के ट्वीट पर लगी रोक!

उधर बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवाब मलिक द्वारा समीर वानखेड़े के परिवार के ख़िलाफ़ ट्वीट करने पर पाबंदी लगा दी है। समीर वानखेड़े के परिवार की याचिका पर आदेश देते हुए अदालत ने नवाब मलिक को फटकार लगाते हुए कहा कि आप वानखेड़े परिवार के ख़िलाफ़ ट्वीट करना बंद करेंगे या हम आदेश दें। इसके बाद मलिक के वकील ने अदालत को भरोसा दिया कि अब मलिक वानखेड़े परिवार के ख़िलाफ़ 9 दिसंबर तक कोई ट्वीट नहीं करेंगे। हाई कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि मंत्री होते हुए उनकी ट्वीट करने की हरकत समझ से बाहर है।

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