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सिद्धू के सलाहकारों के बयान पर विवाद, तिवारी और अमरिंदर नाराज़

सिद्धू के सलाहकारों के बयान पर विवाद, तिवारी और अमरिंदर नाराज़

प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग के विवादित बयानों ने पार्टी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। 

पंजाब कांग्रेस को लेकर पार्टी हाईकमान के सामने एक और मुसीबत खड़ी हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग के विवादित बयानों ने पार्टी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। इसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी से लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कड़ी नाराज़गी जताई है। 

पंजाब से ही आने वाले मनीष तिवारी ने सोमवार को इस मामले में ट्वीट किया है। तिवारी ने कहा है कि पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत को इस बारे में चिंतन करना चाहिए कि ऐसे लोग जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और पाकिस्तान की ओर झुकाव रखते हैं, क्या उन्हें पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होना चाहिए। तिवारी ने कहा कि यह उन सभी लोगों के जख़्मों पर नमक छिड़कने जैसा है, जिन्होंने देश के लिए अपना ख़ून बहाया है। 

तिवारी ने एएनआई से बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस बारे में संसद में दो बार प्रस्ताव पारित हो चुका है। उन्होंने सवाल उठाया कि कि क्या ऐसे लोगों को पार्टी तो छोड़िए, इस देश में भी रहने का कोई हक़ है।

माली और गर्ग के बयान 

माली ने कुछ दिन पहले एक फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा था, “कश्मीर कश्मीरियों का देश है। 1947 में अंग्रेजों के भारत छोड़ते वक़्त किए गए समझौते के अनुसार और यूएनओ के फ़ैसले के ख़िलाफ़, कश्मीर को दो भागों में बांट दिया गया और इस पर भारत और पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया।” माली ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर एक विवादित स्कैच भी फ़ेसबुक पर पोस्ट कर विवाद बढ़ा दिया है। 

सिद्धू के एक और सलाहकार प्यारे लाल गर्ग के एक बयान को लेकर भी हाल ही में विवाद हुआ था। खब़रों के मुताबिक़, प्यारे लाल गर्ग ने अमरिंदर सिंह के पाकिस्तान की आलोचना करने को लेकर सवाल उठाया था। 

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी दोनों सलाहकारों पर जुबानी हमला बोला और कहा कि यह बेहद ही घटिया और राष्ट्र विरोधी बात है और पंजाब और भारत के अमन-चैन को बिगाड़ सकती है। 

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अमरिंदर सिंह ने कहा, “नवजोत सिंह सिद्धू को अपने सलाहकारों को उन्हें सलाह देने तक ही सीमित रखना चाहिए और यह भी सलाह देनी चाहिए कि वे ऐसे संवेदनशील राष्ट्रीय मुद्दों पर न बोलें, जिन पर आपकी समझ बहुत कम है या है ही नहीं क्योंकि आपको पता नहीं है कि इन पर बोलने के क्या नतीजे हो सकते हैं।” 

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अमरिंदर ने सिद्धू से अपील की है कि वे अपने इन सलाहकारों पर लगाम कसें, इससे पहले कि वे भारत के हितों को और ज़्यादा नुक़सान पहुंचा दें। उन्होंने कहा कि मलविंदर सिंह माली ने ऐसा बयान देकर पाकिस्तान की भाषा में ही बात की है। उन्होंने कहा कि सिद्धू के सलाहकारों को ज़मीनी हालात के बारे में कुछ पता नहीं है। 

सिद्धू ने किया तलब

विवाद बढ़ने के बाद सिद्धू ने सोमवार को अपने दोनों सलाहकारों को तलब किया। सिद्धू ने अपने पटियाला स्थित आवास में दोनों से इस मामले में बात की है। 

बीजेपी सामने आई

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मामले में सिद्धू पर हमला बोला है। पात्रा ने एएनआई से बातचीत में कहा कि प्यारे लाल गर्ग कहते हैं कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मत बोलो क्योंकि यह पंजाब के हित में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धू और उनके सलाहकार डाल-डाल और पात-पात चल रहे हैं। पात्रा ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान गए थे और वहां के आर्मी चीफ़ से गले मिले थे। 

बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने माली के बयान पर कहा था कि कश्मीर पर कांग्रेस की सोच हमेशा से ही संदिग्ध रही है। 

बादल ने बोला था हमला 

शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि माली की पोस्ट देश विरोधी है और सिद्धू को भी स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने ऐसे लोगों को अपना सलाहकार नियुक्त क्यों किया, जो देश को तोड़ने की बात करते हैं। 

 

कांग्रेस को माली और प्यारे लाल गर्ग का यह बयान पंजाब ही नहीं राष्ट्रीय राजनीति में भी बेहद भारी पड़ सकता है। 

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