+
ममता बैनर्जी को मोदी की चेतावनी : बंद करो यह ख़ूनी खेल

ममता बैनर्जी को मोदी की चेतावनी : बंद करो यह ख़ूनी खेल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल या उसकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बग़ैर ही उन पर ज़ोरदार हमला किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग बीजेपी का राजनीतिक मुक़ाबला नहीं कर पा रहे हैं, वे उसके कार्यकर्ताओं की हत्या करवा दे रहे हैं। 

अब जबकि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में कुछ महीने ही रह गए हैं और बीजेपी ने उसे जीतने के लिए अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के बाद उसे फ़ोकस पर लिया है। उन्होंने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल या उसकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बग़ैर ही उन पर ज़ोरदार हमला किया। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग बीजेपी का राजनीतिक मुक़ाबला नहीं कर पा रहे हैं, वे उसके कार्यकर्ताओं की हत्या करवा दे रहे हैं। मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में इस तरह चुनाव नहीं जीता जा सकता है। 

मोदी ने कहा, 

"चुनाव आते हैं, जाते हैं। जय-पराजय का खेल होता रहा है। कभी ये बैठैगा, कभी वो बैठेगा...लेकिन ये मौत का खेल लोकतंत्र में कभी नहीं चल सकता है।"


नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ दिन पहले ही गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल दौरे पर इसी तरह की बात की थी और तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा करने और बीजेपी कार्यकर्ताओं को मारने का आरोप लगाया था।

लेकिन उसके दो दिन बाद ही पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने मेदिनीपुर ज़िले के हल्दिया में एक आम सभा में भाषण करते हुए तृणमूल कांग्रेस के लोगों के हाथ-पैर तोड़ने और सिर फोड़ने की धमकी दे दी थी। घोष ने कहा था,

“दीदी के भाई लोग जो तरह-तरह की गड़बड़ियाँ करते रहते हैं, वे अगले छह महीने में सुधर जाएं, वर्ना उनके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे, पसलियाँ तोड़ दी जाएंगी और सिर फोड़ दिया जाएगा। हो सकता है आपको अस्पताल जाना पड़ जाए। यदि आपने ज़्यादा कुछ किया तो आपको श्मशान भी जाना पड़ सकता है।”


दिलीप घोष, अध्यक्ष, पश्चिम बंगाल बीजेपी

पश्चिम बंगाल में बीजेपी-तृणमूल के बीच की राजनीतिक जंग पर देखें सत्य हिन्दी का यह वीडियो। 

सुशासन पर ज़ोर

प्रधानमंत्री के भाषण के केंद्र में बिहार चुनाव था। ऐसे समय जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाज पर गंभीर सवाल उठे हैं और ख़ुद को 'प्रधानमंत्री का हनुमान' बताने वाले चिराग पासवान तक ने उन्हें भ्रष्ट क़रार देते हुए जेल भेजने की धमकी दे दी, नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा में बीजेपी को मिली जीत की वजह 'सुशासन' बताया। 

इसके साथ ही यह भी कहा कि इस जीत की बड़ी वजह चुपचाप रहने वाले वोटर यानी महिला वोटर हैं, जिन्होंने एनडीए को बड़ी तादाद में वोट दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने में दुनिया में सबसे अच्छा काम करने का दावा करते हुए कहा कि इन्हीं वजहों से बिहार की जनता ने आरजेडी का लालटेन छोड़ बीजेपी का एलईडी लैंप ले लिया। 

बता दें कि 10 जनवरी को वोटों की गिनती में एनडीए ने 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में 125 सीटें जीत लीं। इसमें बीजेपी को 74 सीटें मिली हैं। 

 - Satya Hindi

'बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश'

ऐसे समय जब बीजेपी के कई लोग बिहार का मुख्यमंत्री बीजेपी से ही चुने जाने की बात करते हैं क्योंकि अधिक विधायक उसके हैं और कई लोगों के नाम के पोस्टर भी सोशल मीडिया पर चला दिए गए हैं, नरेंद्र मोदी इसे एक बार फिर खारिज कर दिया। उन्होंने एक बार फिर ज़ोर देकर कहा कि अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। 

मोदी ने कहा, ''आपने फिर सिद्ध किया है कि वाकई, बिहारवासी पारखी भी हैं और जागरूक भी। हम सभी बीजेपी के कार्यकर्ता, नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए के कार्यकर्ता, हर बिहारवासी के साथ, इस संकल्प को सिद्ध करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।''

'सर्वांगीण विकास'

मोदी ने इस विकास की बात को ही आगे बढ़ाते हुए कहा, देश का विकास, "राज्य का विकास, आज सबसे बड़ी कसौटी है और आने वाले समय में भी यही चुनाव का आधार रहने वाला है। जो लोग ये नहीं समझ रहे, इस बार भी उनकी जगह-जगह जमानत जब्त हो गयी है।''

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' उनकी सफलता का मूल मंत्र है, उन्होंने यही मंत्र बिहार में भी अपनाया और अब बिहार का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता होगी। 

ऐसे समय जब कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की तादाद देश में 86 लाख से ज़्यादा हो चुकी है और भारी अव्यवस्था की खबरें लगातार आती रही हैं, प्रधानमंत्री ने दावा किया है कि जिस कुशलता से उन्होंने कोरोना को संभाला है, दूसरे किसी ने नहीं किया है। 

 - Satya Hindi

नरेंद्र मोदी ने एक बार विकास की बात की और ज़ोर देकर कहा कि तमाम राजनीतिक दलों से विकास की ही अपेक्षा की जाती है, और उन्होंने ऐसा कर दिखाा है। 

उन्होंने कहा, ''21वीं सदी के भारत के नागरिक, बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं। अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा। हर राजनीतिक दल से देश के लोगों की यही अपेक्षा है कि देश के लिए काम करो, देश के काम से मतलब रखो। देश का विकास, राज्य का विकास, आज सबसे बड़ी कसौटी है और आने वाले समय में भी यही चुनाव का आधार रहने वाला है। जो लोग ये नहीं समझ रहे, इस बार भी उनकी जगह-जगह जमानत जब्त हो गयी है।''

'बीजेपी अकेली राष्ट्रीय पार्टी'

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बीजेपी एक मात्र राष्ट्रीय सोच की पार्टी है, जो समाज के हर तबक़े, ख़ास कर, ग़रीब, पिछड़े और कमज़ोर वर्ग का ख्याल रखती है। उन्होंने कहा, ''आज देश, भारतीय जनता पार्टी पर जो स्नेह दिखा रहा है, एनडीए पर जो स्नेह दिखा रहा है उसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि बीजेपी ने, एनडीए ने देश के विकास को, लोगों के विकास को अपना सर्वोपरि लक्ष्य बनाया हुआ है। हम हर वह काम करेंगे जो देश को आगे ले जाए। आज बीजेपी ही देश की एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसमें गरीब, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, अपना प्रतिनिधित्व देखते हैं। आज बीजेपी ही देश की एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जो समाज के हर वर्ग की आवश्यकताओं को समझती है, उनके लिए काम कर रही है।''

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बग़ैर ही उसके परिवारवाद पर चोट किया और कहा कि 21वीं सदी में कोई परिवारवादी पार्टी नहीं चल सकती। उन्होंने कहा,  ''21वीं सदी का भारत, एक नए मिजाज का भारत है। न हमें आपदाएं रोक सकती हैं और न ही बड़ी-बड़ी चुनौतियां। मैं एक नए भारत के उदय को देख रहा हूं। एक ऐसा भारत, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है, जो अपने सामर्थ्य को पहचानता है, जो अपने लक्ष्यों के प्रति सचेत है। दुर्भाग्य से कश्मीर से कन्याकुमारी तक परिवारवादी पार्टियों का जाल लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है। ये देश का युवा भली-भांति जानता है। परिवारों की पार्टियां या परिवारवादी पार्टियां, लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।''

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें