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पीएम के रूप में मोदी अभी भी पहली पसंद: सर्वे

पीएम के रूप में मोदी अभी भी पहली पसंद: सर्वे

इंडिया टुडे और सी वोटर के सर्वे में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी अभी भी प्रधानमंत्री के रूप में देश की पहली पसंद हैं। हालांकि कांग्रेस के राहुल गांधी दूसरे नंबर पर हैं लेकिन वो आंकड़े के नजदीक नहीं ठहरते। लेकिन बिहार ने सारा सीन बदल दिया है। मोदी पहली पसंद जरूर हैं लेकिन एनडीए की सीटों में कमी आई है। कांग्रेस और केजरीवाल बीजेपी को जबरदस्त चुनौती दे रहे हैं। 

बढ़ती महंगाई, आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं पर बेतहाशा जीएसटी, बिहार हाथ से निकल जाने, ईडी की मनमानी कार्रवाई जैसे तमाम आरोपों और विवादों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता देश में बरकरार है। 2024 के आम चुनाव में 53 फीसदी लोग उन्हें फिर से प्रधानमंत्री देखना चाहेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो मोदी के आसपास भी नहीं हैं। ये सारे दावे इंडिया टुडे और सी वोटर के एक सर्वे में किए गए हैं। इंडिया टुडे ने इसे द मूड ऑफ द नेशन पोल का अगस्त संस्करण बताया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। लेकिन उनकी लोकप्रियता अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से आगे बनी हुई है। उनके करीब भी कोई नहीं है।दावे के मुताबिक सर्वे में देश के करीब 53 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी को अगले प्रधान मंत्री के रूप में समर्थन किया। जबकि सिर्फ 9 फीसदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया, और 7 फीसदी ने पीएम पद के लिए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया।

किसको कितनी सीटें

इंडिया टुडे के मूड ऑफ द नेशन पोल के मुताबिक बिहार के घटनाक्रम ने एनडीए के सीटों की स्थिति बदल दी है। अगर लोकसभा चुनाव 1 अगस्त तक होते, तो बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 307 सीटें, यूपीए को 125 सीटें, जबकि अन्य को 111 सीटें मिल सकती थीं। लेकिन बिहार ने स्थिति बदल दी है। बिहार में नीतीश कुमार की जेडीयू के बाहर निकलने के बाद चुनाव होते हैं, तो एनडीए 286 सीटें जीतेगी, यूपीए 146 सीटें जबकि अन्य 111 सीटें जीत सकते हैं।

वोट शेयर के मामले में, एनडीए का अनुमानित वोट शेयर 41%, यूपीए 28% और अन्य के लिए 31% है।

बीजेपी को किससे चुनौतीः सर्वे में यह पूछे जाने पर कि बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्षी नेताओं में से कौन सबसे उपयुक्त है: 27 फीसदी ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया। 20 फीसदी वोट के साथ टीएमसी चीफ ममता बनर्जी दूसरे नंबर पर हैं। सिर्फ 13 फीसदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिया। सर्वे के मुताबिक यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि केजरीवाल की स्थिति इस मामले में लगातार सुधर रही है। इंडिया टुडे ट्रैकर के मुताबिक पहले के मुकाबले उन्होंने दोगुने वोट हासिल किए हैं।

कांग्रेस कहां खड़ी है

सर्वे के दौरान जवाब देने वालों में 40 फीसदी लोगों ने विपक्ष के रूप में कांग्रेस की भूमिका को 'अच्छा' बताया, जबकि 34 प्रतिशत ने इसे 'खराब' बताया। सर्वे से पता चला कि 23 फीसदी जवाब देने वालों ने राहुल गांधी को कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए सबसे उपयुक्त माना, जबकि 16 फीसदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भूमिका के लिए समर्थन दिया। 

 - Satya Hindi

सर्वे में शामिल 14 फीसदी लोगों का मानना था कि सचिन पायलट ग्रैंड ओल्ड पार्टी को पुनर्जीवित करने में सक्षम होंगे, जबकि सिर्फ 9 फीसदी ने इस भूमिका के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा का समर्थन किया।

सर्वे का विश्लेषण

हालांकि यह इंडिया टुडे का सर्वे है। लेकिन इसके कुछ तथ्यों पर गौर करने की जरूरत है। इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि तमाम वजहों से नरेंद्र मोदी इस सर्वे में 53 फीसदी वोट पाकर अभी भी शीर्ष पर बने हुए हैं। लेकिन इसी सर्वे में यह भी कहा गया विपक्ष की भूमिका के लिए कांग्रेस को 40 फीसदी लोगों ने पसंद किया है। 34 फीसदी लोगों ने नापसंद किया है। मोदी की व्यक्तिगत लोकप्रियता को एक तरफ रखते हुए अगर कांग्रेस की तुलना बीजेपी से की जाए तो कांग्रेस ठीक हालत में लग रही है। 

जो 34 फीसदी लोग उसे पसंद नहीं कर रहे हैं अगर उनमें से कुछ फीसदी लोग 2024 तक अपना विचार बदलकर कांग्रेस की तरफ जाते हैं तो कांग्रेस की स्थिति और बेहतर हो सकती है। वैसे भी मोदी की लोकप्रियता के बाद राहुल गांधी ही बतौर पीएम दूसरे नंबर पर हैं। अरविन्द केजरीवाल राहुल से पीछे हैं। कुल मिलाकर सर्वे यह बताता है कि मोदी और बीजेपी के लिए कांग्रेस और केजरीवाल सबसे बड़ी चुनौती हैं।

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