कांग्रेस अपने सहयोगियों के लिए परजीवी, उनके वोट खा जाती है: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस अपने सहयोगियों के लिए परजीवी है क्योंकि वह उनके वोट खा जाती है। लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी जब भाषण दे रहे थे तो विपक्ष ने मणिपुर के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सदन के वेल में जमा हो गए। पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्षी सांसद 'मणिपुर', 'मणिपुर' के नारे लगाते रहे।
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है। यह मैं तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं।'
Speaking in the Lok Sabha. https://t.co/5ESs5cBMcM
— Narendra Modi (@narendramodi) July 2, 2024
पीएम मोदी ने कहा, '16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वहां उसका वोट शेयर गिर चुका है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और वहां 64 में से सिर्फ 2 सीट जीत पाई है। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, अगर वो न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'ये देश का दुर्भाग्य है कि हिन्दुस्तान पर छह दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अराजकता फैलाने में जुटी हुई है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के लोगों के खिलाफ बोलते हैं, ये उत्तर में जाकर पश्चिम के खिलाफ जहर उगलते हैं। इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस देश के एक हिस्से के लोगों को दूसरे हिस्से के लोगों से हीन बताकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस आर्थिक आधार पर भी राज्यों में अराजकता फैलाने का काम कर रही है। जिस तरह से उनके राज्यों में कदम उठा रहे हैं, वह रास्ता आर्थिक अराजकता की ओर जाने वाला है।'
पीएम ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और कहा, 'इनके मंचों से घोषणा की गई कि चार जून को अगर इनके मनमुताबिक परिणाम नहीं आए तो आग लगा दी जाएगी, ये इनका मकसद है। सीएए को लेकर जो अराजकता फैलाई गई, देश के लोगों को गुमराह करने का जो खेल खेला गया, पूरा इकोसिस्टम इस बात पर बल देता रहा ताकि उनके राजनीतिक मकसद पूरे हों। देश को दंगों में झोकने के कुत्सित प्रयास पूरे देश ने देखे हैं।'
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तुलसीदास जी कह गए हैं- झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठ चबेना। कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया। कांग्रेस के मुंह झूठ लग गया है, जैसे वो आदमखोर एनिमल होता है न, जिसके मुंह पर लहू लग जाता है, वैसे ही कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, 'कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी ने 'शोले' फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। अरे मौसी... तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी मोरल विक्टरी तो है ना। अरे मौसी... 13 राज्यों में 0 सीटें आई हैं, पर हीरो तो हैं ना। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, अरे मौसी... पार्टी अभी भी सांस तो ले रही है ना।'
उन्होंने आगे कहा, 'सहानुभूति हासिल करने के लिए ये नया ड्रामा चलाया गया है। लेकिन देश ये सच्चाई जानता है कि ये हज़ारों-करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। ये ओबीसी वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सजा पा चुके हैं। इनको देश की सर्वोच्च अदालत पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है। इन पर महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान करने का मुकदमा है। इन पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा चल रहा है।'
Congress has made lie a weapon of politics. They are addicted to lying...
— BJP (@BJP4India) July 2, 2024
Yesterday, on 1st July, the country celebrated "Khatakhat Day". On 1st July, people were checking their bank accounts for Rs 8,500.
- PM @narendramodi pic.twitter.com/NLGMjFCQ3O
पीएम मोदी का राहुल पर हमला
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे एक क़िस्सा याद आ रहा है... 99 मार्क्स लेकर एक बालक घमंड में घूम रहा था और सबको दिखाता था कि देखो, कितने अधिक मार्क्स आए हैं। लोग भी 99 सुनकर उसे शाबाशी देते थे और हौसला देते थे। फिर उनके टीचर ने बताया कि ये 100 में से नहीं, 543 में से 99 लाया है। अब उस बालक बुद्धि को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।'