अमेरिकी चुनाव : ट्रंप के प्रचार वीडियो में मोदी
अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की तादाद एक प्रतिशत से थोड़ी अधिक ही है। पर राजनीतिक रूप से वे इतने अहम हैं कि डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन के बाद मौजूदा राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप भी उन्हे रिझाने में लग गए हैं।
ट्रंप प्रचार अभियान टीम ने अपने वीडियो में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण को शामिल कर लिया है।
'अबकी ट्रंप सरकार!'
ट्रंप विक्ट्री फ़ाइनेंस कमिटी के प्रमुख किम्बरली गॉयलफॉयल ने 'फ़ोर मोर ईयर्स' नाम से एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में पिछले साल ह्यूस्टन में हुए 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम की क्लिपिंग का इस्तेमाल किया गया है। इस वीडियो में नरेंद्र मोदी साफ़ तौर पर भारतीय मूल के अमेरिकियों से अपील करते हैं, 'अबकी ट्रंप सरकार!'राष्ट्रपति ट्रंप के बेटे डोनल्ड ट्रंप जूनियर ने ट्वीट किया, 'अमेरिका का भारत के साथ बहुत ही अच्छे रिश्ते हैं और हमारे प्रचार अभियान को भारतीय अमेरिकियों का समर्थन हासिल है।'
America enjoys a great relationship with India and our campaign enjoys great support from Indian Americans! 👍🏻🇺🇸 pic.twitter.com/bkjh6HODev
— Kimberly Guilfoyle (@kimguilfoyle) August 22, 2020
इस वीडियो में दिखता है कि मोदी पास में बैठे ट्रंप से कहते हैं, 'मिस्टर प्रेसीडेंट, आपने मुझे 2017 में अपने परिवार से मिलाया था। और आज मुझे आपको अपने परिवार से मिलाने का गौरव हासिल हुआ है।' उसके बाद वे सामने बैठे भारतीय मूल के लोगों की ओर इशारा करते हैं।
'अमेरिका भारत से प्यार करता है'
उसी कार्यक्रम से लिए गए एक और क्लिपिंग में ट्रंप कहते दिखते हैं, 'अमेरिका भारत से प्यार करता है। अमेरिका भारत का सम्मान करता है, और अमेरिका हमेशा ही भारतीयों का विश्वस्त दोस्त बना रहेगा।'पर्यवेक्षकों का कहना है कि ट्रंप की प्रचार टीम भारतीय मूल के लोगों को अपनी ओर लाने की कोशिश इसलिए कर रही है कि विपक्षी डेमोक्रेट उम्मीदवार ने उप राष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की कमला देवी हैरिस को चुना है।
कमला हैरिस की मां श्यामला देवी चेन्नई से अमेरिका 1960 के दशक में गई थीं, जहां उन्होंने वेस्ट इंडीज से गए अश्वेत व्यक्ति डोनल्ड हैरिस से विवाह कर लिया। जब कमला सिर्फ 5 साल की थीं, उनके माता-पिता अलग हो गए।
मोदी के 'अबकी बार, ट्रंप सरकार' के नारे का विरोध कई स्तरों पर हुआ था। वे भारत के प्रधानमंत्री की हैसियत से गए हुए थे और ऐसे में उन्हें मेजबान देश की आंतरिक राजनीति पर कुछ भी कहने से बचना चाहिए था।
लेकिन उन्होंने एक तरह से ट्रंप को 'एनडोर्स' कर दिया और उनका चुनाव प्रचार ही कर दिया। बाद में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलााक़ात कर सफ़ाई दी थी। उन्होंने यह समझाने की कोशिश की थी कि मोदी के बयान की ग़लत व्याख्या की जा रही है।