FIR में बजरंग दल, विहिप, भाजयुमो नेताओं के नाम
इसमें बजरंग दल के ज़िला संयोजक योगेश राज (साथ का चित्र), भाजपा युवा मोर्चा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव सहित 27 लोगों के ख़िलाफ़ नामजद रिपोर्ट दर्ज़ कराई गई है। 50-60 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दर्ज़ है। बता दें कि योगेश राज के ख़िलाफ़ पहले से ही 6 आपराधिक मुकदमे दर्ज़ हैं।सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 124-ए, 332, 333, 353, 341, 336, 307, 302, 427, 436 व 395 और आपराधिक क़ानून की धारा 7, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण की धारा 3 व 4 के एफ़आईआर दर्ज़ की गई है। रिपोर्ट रात में 2 बजकर 54 मिनट पर दर्ज़ की गई है।
पुलिस के अनुसार, एफ़आईआर में अन्य जिन लोगों के नाम हैं उनकी विस्तृत पहचान की जा रही है। एफ़आईआर में योगेश राज, शिखर अग्रवाल और उपेंद्र राघव के अलावा विशाल त्यागी, सतेंद्र राजपूत, चमन पुत्र देवेंद्र, देवेंद्र पुत्र रामबल, रवि सैनी, आशीष चौहान, पूर्व प्रधान राजकुमार, जीतू उर्फ़ फौजी पुत्र राजपाल सिंह, सचिन पुत्र इलावत, रमेश जोगी, विनीत सौरभ, सुमित पुत्र, छोटू, सतीश, विकाश त्यागी, पवन, विक्रान्त त्यागी, बबलू, अंकुर, रोबिन, टिन्कू, गुड्डू और हरेंद्र के नाम शामिल हैं।
अराजकता की स्थिति थी
स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने एफ़आईआर में बताया है कि भीड़ के उपद्रव के कारण अराजकता जैसी स्थिति हो गई थी। उनके अनुसार भीड़ ने भारी मात्रा में असलहों, धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया। उन्होंने आगे बताया है कि सुबोध कुमार सिंह को गोली मार दी, प्रभारी निरीक्षक की पिस्टल, माेबाइल अादि छीन ले गए, पुलिस वाहनों में आग लगा दी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा और पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। उपनिरीक्षक ने रिपोर्ट में लिखाया है कि उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई और क़ानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई थी।
दो पुलिसकर्मियों की हालत नाज़ुक
हिंसा में दो अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। दोनों कर्मियों की हालत नाज़ुक बताई जाती है। बुलंदशहर में सोमवार को 'गायों के शव' मिलने की अफ़वाह से पूरे इलाके में तनाव फैल गया था। उसके बाद भड़की हिंसा और पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि गन्ने के खेत में कुछ जानवरों के अवशेष मिलने के बाद लोग भड़क गए और भीड़ बेकाबू हो गई थी।