नगालैंड फ़ायरिंग: लोकसभा-राज्यसभा में हुआ हंगामा
नगालैंड में मोन ज़िले के ओतिंग गांव में हुई फ़ायरिंग के मामले में विपक्ष ने गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर सोमवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। हंगामे के कारण राज्यसभा को कई बार स्थगित भी करना पड़ा। हंगामे के बाद शाह ने सदन में अपना बयान दिया।
लोकसभा में भी इस मुद्दे पर हंगामा हुआ। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह घटना बेहद शर्मसार करने वाली है और जो शांति करार किया गया था उसका क्या नतीजा निकला, ये हम सब देख रहे हैं।
सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक ली है। इसमें भी नगालैंड में हुई फ़ायरिंग को लेकर चर्चा हुई है।
भारत-म्यांमार की सीमा से सटे मोन जिले में फ़ायरिंग में 14 ग्रामीणों और एक जवान की मौत हो गई थी। पुलिस ने सेना की 21 पैरा पुलिस बल के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली है। एफ़आईआर में पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा बलों ने हत्या के इरादे से लोगों पर हमला किया।
एफ़आईआर में कहा गया है कि दिन के 3.30 बजे कोयला मज़दूर तिरू से एक बोलेरो कार में अपने गांव ओतिंग लौट रहे थे। जब वे तिरू और ओतिंग के बीच लोंगखाओ नाम की जगह पर पहुंचे तो सुरक्षा बलों ने मज़दूरों के द्वारा बिना किसी उकसावे के ही बोलेरो वाहन पर अंधाधुंध फ़ायरिंग कर दी। इसमें कई लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए।
सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी है। इलाक़े में तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है और मोबाइल इंटरनेट और मैसेज सर्विस को भी बंद कर दिया गया है। इस वजह से कोहिमा में होने वाले हॉर्नबिल त्यौहार को भी रद्द कर दिया गया है।
सेना ने कहा- घटना दुर्भाग्यपूर्ण
सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि लोगों की जान जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और क़ानून के मुताबिक़ कार्रवाई की जाएगी।
असम राइफ़ल्स के कैंप पर हमला
घटना से ग़ुस्साए लोगों ने रविवार की शाम को असम राइफ़ल्स के कैंप पर हमला कर दिया था। इसमें एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी। 'टाइम्स ऑफ़ इंडिया' के अनुसार, लोगों ने दोषियों के ख़िलाफ़ तुरन्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कोन्याक यूनियन के दफ़्तर पर भी हमला कर दिया। कोन्याक इस इलाक़े का सबसे अधिक आबादी वाला कबीला है।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि न तो सैनिक सुरक्षित हैं न ही आम नागरिक सरकार आख़िर कर क्या रही है? नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफिउ रियो ने घटना की निंदा करते हुए मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति दुख जताया है। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील है।