पूर्व सांसद विवेकानंद रेड्डी की हत्या में, जगन मोहन के चाचा गिरफ्तार
सीबीआई ने रविवार को पूर्व सांसद विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चाचा वाईएस भास्कर रेड्डी को गिरफ्तार किया है। भास्कर रेड्डी आंध्र प्रदेश की कडप्पा लोकसभा सीट से सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी के पिता हैं।
पूर्व सांसद विवेकानंद रेड्डी राज्य में मंत्री भी रह चुके थे। वे आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के भाई और जगन मोहन रेड्डी के दूसरे चाचा थे। 15 मार्च, 2019 को पुलिवेंदुला में उनके आवास पर उनकी हत्या कर दी गई थी।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक भास्कर रेड्डी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (साजिश), 302 (हत्या) और 201 (सबूतों से छेड़छाड़ और नष्ट करना) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की एक टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर रविवार की सुबह भास्कर रेड्डी के घर पहुंची और वारंट उनकी पत्नी वाई एस लक्ष्मी को दिया। सीबीआई ने भास्कर को गिरफ्तार करने के साथ ही उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया।
इससे पहले सीबीआई ने शुक्रवार को कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के सहयोगी उदय रेड्डी को भी गिरफ्तार किया था, जिससे हैदराबाद पूछताछ की थी। विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में अब तक यह पांचवी गिरफ्तारी है।
विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले की शुरुआती जांच राज्य के अपराध जांच विभाग द्वारा गठित एक विशेष जांच दल द्वारा की गई थी, बाद में मार्च 2020 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया था। जुलाई 2020 को सीबीआई ने केस की जांच शुरु कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले ही हफ्ते सीबीआई को नई विशेष जांच टीम का गठन करने और उसे 30 अप्रैल तक जांच पूरी करने का निर्देश दिया था। सीबीआई द्वारा दायर किये गये आरोप पत्र के मुताबिक, विवेकानंद रेड्डी कडप्पा लोकसभा क्षेत्र से वाईएसआरसीपी उम्मीदवार के रूप में अविनाश रेड्डी को टिकट दिए जाने से नाराज थे। इसके कारण अविनाश रेड्डी और भास्कर रेड्डी उनके खिलाफ हो गए थे।
खबरों के मुताबिक विवेकानंद रेड्डी कडप्पा लोकसभा सीट से अविनाश रेड्डी को की बजाय खुद या फिर मुख्यमंत्री की बहन वाईएस शर्मिला या मां वाईएस विजयम्मा के लिए टिकट देने की मांग कर रहे थे। इस बात से अविनाश रेड्डी, भास्कर रेड्डी नाराज हो गये।
सीबीआई ने हाल ही में हाईकोर्ट में दायर एक हलफनामे में आरोप लगाया कि अविनाश रेड्डी, भास्कर रेड्डी और उनके सहयोगी डी शिव शंकर रेड्डी ने विवेकानंद रेड्डी को मारने की साजिश रची। मीडिया की खबरों के मुताबिक अन्य आरोपियों को विवेकानंद रेड्डी को मारने के लिए 40 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।