श्रीलंका में हुए बम धमाकों में 290 लोगों की मौत, 500 घायल
श्रीलंका के कई इलाक़ों में रविवार को ईस्टर पर्व के दौरान बम धमाके हुए। देश में कुल 8 धमाके हुए और इनमें चर्च, होटलों और कुछ दूसरी जगहों पर मौजूद लोगों को निशाना बनाया गया। धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 290 तक पहुँच गई है और 500 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने मामले में 7 संदिग्ध लोगों को गिरफ़्तार किया है।
#UPDATE At least 290 are now known to have died in Sri Lanka after eight apparently co-ordinated explosions targeted Easter worshippers and high end hotels popular with international guests, with a further 500 wounded https://t.co/Jz1GYfQyg4 pic.twitter.com/XoNrQo2zCg
— AFP news agency (@AFP) April 22, 2019
सुबह हुए धमाकों के बाद कोलंबो में रविवार को दिन में सातवाँ धमाका हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। इसके बाद आठवाँ बम धमाका हुआ, पुलिस ने बताया कि यह आत्मघाती हमला था और इसमें तीन लोगों की मौत हुई है।
रविवार रात को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया था कि धमाकों में तीन भारतीयों की भी मौत हुई है। मृतकों के नाम लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश हैं। सुषमा ने एक और ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने श्रीलंका के विदेश मंत्री से बात कर उन्हें हरसंभव मानवीय सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है। इसके अलावा ज़रूरत पड़ने पर भारत की ओर से मेडिकल टीम भेजने की भी बात कही थी।
I conveyed to the Foreign Minister of Sri Lanka that India is ready to provide all humanitarian assistance. In case required, we are ready to despatch our medical teams as well.
— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) April 21, 2019
यह धमाका उस समय हुआ, जब लोग ईस्टर की प्रार्थना के लिए चर्च में एकत्रित हुए थे। पुलिस ने बताया कि स्थानीय समयनुसार पहला धमाका सुबह 8:45 पर हुआ। पुलिस ने कहा कि कोलंबो में सेंट एंथनी चर्च, नैगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा में एक चर्च को निशाना बनाया गया। इसके अलावा होटल सांगरीला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी में भी धमाका हुआ है।
ख़बरों के मुताबिक़, अधिकतर लोगों की मौत कोलंबो, नैगोंबो और बट्टिकलोआ में हुए बम धमाकों में हुई है। इसके अलावा भी कुछ और जगहों पर लोगों के मारे जाने की ख़बर है। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक़, धमाकों में 35 विदेशी नागरिक भी मारे गए हैं। श्रीलंका के स्थानीय प्रशासन ने बचाव और राहत का काम तेज़ कर दिया है।
पुलिस के अगले आदेश तक कर्फ्यू जारी रहने का एलान कर दिया गया है और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। जिस तरह लगातार धमाके हो रहे हैं, उसे देखते हुए देशभर की सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट हो गई हैं।
धमाके के बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा था कि इस कठिन समय में देश के सभी नागरिकों को एकजुट हो जाना चाहिए। सरकार स्थिति को संभालने के लिए सभी ज़रूरी क़दम उठा रही है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अफवाहों से भी बचने की अपील की थी।
I strongly condemn the cowardly attacks on our people today. I call upon all Sri Lankans during this tragic time to remain united and strong. Please avoid propagating unverified reports and speculation. The government is taking immediate steps to contain this situation.
— Ranil Wickremesinghe (@RW_UNP) April 21, 2019
श्रीलंका सरकार में मंत्री हर्षा डिसिल्वा ने धमाकों के तुरंत बाद आर्मी, नेवी, एयरफ़ोर्स और अन्य अहम विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि धमाकों के बाद देश भर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने लोगों से शांत रहने और ज़िम्मेदार नागरिक की तरह बर्ताव करने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उनकी संवेदनाएँ हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ हैं।
PM @RW_UNP met w ministers n senior military personnel; all measures taken to maintain peace. Security tightened. Please stay calm. Please act responsibly. Please NO politics. We must all act together as #SriLanka citizens. My condolences to all families who lost loved ones. pic.twitter.com/j6e3qEPgNt
— Harsha de Silva (@HarshadeSilvaMP) April 21, 2019
श्रीलंका में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त ने भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। धमाकों के बाद उन्होंने ट्वीट किया था कि वह स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। श्रीलंका में किसी भी तरह की मदद के लिए भारतीय +94777903082, +94112422788, +94112422789 पर कॉल कर सकते हैं।
Explosions have been reported in Colombo and Batticaloa today. We are closely monitoring the situation. Indian citizens in need of assistance or help and for seeking clarification may call the following numbers : +94777903082 +94112422788 +94112422789
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) April 21, 2019
धमाकों की जानकारी होने के कुछ ही देर बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा था कि वह श्रीलंका में मौजूद भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं और हालात पर नज़र बनाए हुए हैं।
Colombo - I am in constant touch with Indian High Commissioner in Colombo. We are keeping a close watch on the situation. @IndiainSL
— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) April 21, 2019
धमाकों के बाद से ही कोलंबो और श्रीलंका की अलग-अलग जगहों पर सेना को तैनात कर दिया गया है। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्रीलंका में हुए धमाकों पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि संकट की इस घड़ी में भारत श्रीलंका के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर श्रीलंका में हुए धमाकों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि भारत, श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है।
Strongly condemn the horrific blasts in Sri Lanka. There is no place for such barbarism in our region. India stands in solidarity with the people of Sri Lanka. My thoughts are with the bereaved families and prayers with the injured.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2019
10 साल पहले भी दहला था श्रीलंका
श्रीलंका में हुए बम धमाकों ने लोगों को 10 साल पहले का ख़ूनी मंजर याद दिला दिया है। जून 2008 में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए बम हमले में 22 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। इसी तरह जनवरी 2008 में भी कोलंबो में आतंकी हमले हुए थे। इन हमलों में आम लोगों को निशाना बनाया गया था। इन आतंकी हमलों के लिए विद्रोही संगठन लिट्टे को ज़िम्मेदार कहा गया था। उस दौरान श्रीलंका में श्रीलंकाई सेना और लिट्टे विद्रोहियों के बीच जोरदार लड़ाई चल रही थी।