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एमपी: शीतलहर से ठिठुरन बढ़ी; भोपाल हुआ शिमला से ज़्यादा ठंडा!

एमपी: शीतलहर से ठिठुरन बढ़ी; भोपाल हुआ शिमला से ज़्यादा ठंडा!

उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप है और इसका असर मध्य प्रदेश में भी बेहद ज़्यादा है। इस बार रिकॉर्ड ठंड है। जानिए, राज्य में क्या हैं हालात।

देश के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश भी हाड़ कंपकपा देने वाली ठंड की चपेट में है। राज्य में पर्यटकों की पहली पसंद पंचमढ़ी में न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में ठंड का 94 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा है और यह शिमला से भी ज़्यादा ठंडा हो गया है।

उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश को भी अपनी चपेट में ले रखा है। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के बाद देश भर में मौसम ने करवट बदली है। मध्य प्रदेश के मौसम में भी पिछले दो-तीन दिनों में भारी बदलाव हुआ है। राज्य के अनेक जिलों में ठंड ने बीते कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल में पिछले तीन दिनों से शीतलहर चल रही है। लगातार दो रातों और एक दिन के ठंड का नया रिकॉर्ड भोपाल में बना है। 

भोपाल में सोमवार का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री दर्ज हुआ। शिमला में सोमवार को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहा था। जबकि जम्मू में सोमवार को मिनिमम टेम्प्रेचर 3 था। यानी जम्मू से महज शून्य दशमलव 4 डिग्री टेम्प्रेचर सोमवार को भोपाल में ज़्यादा रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, 1927 में भोपाल मौसम केन्द्र स्थापित हुआ था। केन्द्र की स्थापना के बाद से दिसंबर महीने में लगातार तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड का रिकॉर्ड पहली बार बना है। 

46 ज़िले शीतलहर की चपेट में

राज्य के कुल 52 ज़िलों में से 46 में शीतलहर चल रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक ऐसी ही ठंड पड़ने की संभावनाएँ जताई हैं। भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग के ज़िलों में शीतलहर चलने का ऑरेंज अलर्ट भी मौसम विभाग ने जारी किया है।

बर्फीली हवाओं से ठिठुरन बढ़ी

मध्य प्रदेश में कश्मीर और राजस्थान से बर्फीली हवा आ रही है। कश्मीर में बर्फ पिघलने से बर्फीली हवाएँ आ रही हैं। उधर राजस्थान की तरफ़ से आ रही हवाओं ने मध्य प्रदेश के अनेक इलाक़ों को अपनी चपेट में ले लिया है।

मध्य प्रदेश के बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शुमार पंचमढ़ी में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे -0.5 तक पहुँच गया।

इस क्षेत्र में कई जगह नलों में पानी जम जाने की सूचनाएं आयी हैं।

दिसंबर में होने वाली शीतकालीन छुट्टियों का लुत्फ लेने के लिए काफी संख्या में सैलानी पंचमढ़ी पहुंचे हुए हैं। क्रिसमस की छुट्टियों के लिए भी होटल बुक हैं। मगर बदले हुए मौसम ने सैलानियों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। उधर नेशनल पार्क कान्हा में भी न्यूनतम तापमान 0.7 के क़रीब बना हुआ है। 

कई जिले में पारा 1 से 3 डिग्री के बीच

मध्य प्रदेश के उमरिया में न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री, ग्वालियर में 1.8, खजुराहो में 2, रायसेन में 2.2, मंडला में 2.8 और रीवा में तीन डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।

इन ज़िलों के अलावा दतिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, टीकमगढ़, गुना, खरगोन, सतना, उज्जैन, दमोह और सागर में भी ठंड कहर बरपा रही है।

दो ज़िलों में हार्ट और पैरालिसिस अटैक के 96 केस 

बीते 24 घंटों में भारी ठंड की वजह से भोपाल में 55 और ग्वालियर में 41 हार्ट एवं पैरालिसिस अटैक के केस दर्ज हुए। भोपाल में हार्ट अटैक के 36 और पैरालिसिस अटैक के 19 रोगी अस्पताल पहुंचे। राज्य के अन्य जिलों में भी इस तरह के रोगियों के अस्पताल पहुंचने के मामले सामने आये हैं।

भोपाल के सरकारी जेपी जिला अस्पताल से अधीक्षक पद से रिटायर्ड डॉक्टर सुरेन्द्र सक्सेना ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘शीतलहर और भारी ठंड के दौरान हाइपरटेंशन एवं शुगर समेत अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषकर सामान्य तापमान वाले कमरे या क्षेत्र से ज़्यादा ठंडे तापमान वाले क्षेत्र में जाने से बचना इनके लिए ज़रूरी है।’

डॉक्टर सक्सेना ने नियमित दवाएं लेने वाले लोगों को दवा नियमित लेते रहने और खान-पान पर विशेष ध्यान रखने की सलाह भी दी।

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