सीधी पेशाब कांडः नेहा सिंह राठौर पर एमपी पुलिस ने क्यों की एफआईआर?
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के पेशाब कांड को लेकर राजनीति और एफआईआर का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी भोपाल में उत्तरप्रदेश की चर्चित लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ मध्य प्रदेश पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
भोपाल के हबीबगंज थाना प्रभारी मनीषराज भदौरिया ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया, ‘भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी सूरज सिंह की शिकायत पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। नेहा पर भारतीय दंड विधान की धारा 153ए लगाई गई है।’
नेहा सिंह ने सीधी पेशाब कांड को लेकर अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया था। ट्वीट में उन्होंने अपने लोकप्रिय एवं चर्चित गाने, ‘यूपी में का बा’ की तर्ज पर जल्दी ही ‘एमपी में का बा’ लाने की बात कही है। नेहा ने अपनी पोस्ट में मीम भी जोड़ा है। इस मीम में आरएसएस की ड्रेस पहने एक व्यक्ति को सीधी कांड की तरह एक अन्य शख्स पर पेशाब करते हुए दिखाया गया है। जनेऊ भी दिखायी गई है। पोस्ट में सीधी पेशाब कांड में अरेस्ट प्रवेश शुक्ला का हैशटैग है।
नेहा सिंह राठौर ने 6 जुलाई को ट्वीट किया था। ट्वीट के ठीक बाद सूरज सिंह थाने पहुंच गए। उनकी शिकायत पर प्रकरण दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता का आरोप है, ‘नेहा सिंह राठौर का ट्वीट आरएसएस और आदिवासी समुदाय में शत्रुता को बढ़ाने वाला कृत्य है।’
क्या है धारा 153ए
भारतीय दंड विधान की धारा 153ए जाति, धर्म, निवास, भाषा जैसे मामलों में दो समूहों में शत्रुता पैदा और सद्भाव बिगाड़ने जैसे मामलों में लगाई जाती है। आरोप सिद्ध हो जाने पर तीन साल तक के कारावास और जुर्माने का प्रावधान इस धारा में है। इस धारा में अपराध गंभीर माना गया है और गैर-जमानती श्रेणी में आता है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी के कथित आरोप में भारतीय दंड विधान की धारा 153ए के अंतर्गत फरवरी 23 में गिरफ्तार हुए थे। सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत हुई थी। खेड़ा का मामला अभी कोर्ट में लंबित है।
सीधी पेशाब कांड को लेकर भोपाल की कमला नगर पुलिस ने भी एक अपराध पंजीबद्ध किया है। राष्ट्रीय ध्वज के अपमान करने वाले ट्विटर अकाउंट यूजर के खिलाफ नितिन उइके ने रिपोर्ट कराई है। ये अकाउंट शफीक 2.0 के नाम से संचालित किया जा रहा था, जिसे डिलीट कर दिया गया है।
शिकायतकर्ता नितिन का कहना है, ‘शफीक 2.0 अकाउंट से एक सोशल मीडिया ग्रुप पर तिरंगे के अपमान वाला वीडियो आया था। उसी के आधार पर उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
‘क्या है सीधी पेशाब कांड’
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के निवासी भाजपा के एक नेता का वीडियो दो दिन पहले वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में नेता जी एक आदिवासी शख्स के सिर पर पेशाब करते नज़र आए थे।
वीडियो वायरल होने के बाद से देश भर में बीजेपी की किरकिरी हो रही है। राज्य की सरकार ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एनएसए भी लगाई गई है। घर पर मामा शिवराज सिंह का बुलडोज़र चल गया है, बावजूद इसके विरोधी दल शांत नहीं हो रहे रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुरुवार को पीड़ित को भोपाल बुलाया था। पैर पखारे थे। शॉल ओढ़ाया था। खाना साथ खाया था। माफी मांगी थी। पीड़ित की पत्नी से फोन पर बात भी थी। पीड़ित की पत्नी ने मुख्यमंत्री से कहा था, ‘उन्हें सहानुभूति और पैसा नहीं चाहिए, पति भर को घर भिजवा दें।' पीड़ित सीधी लौट गया है, लेकिन राजनीति पूरे उफान पर है। पीड़ित को 5 लाख रुपये की सरकारी सहायता और घर बनाने के लिए अलग से पैसा देने की भी खबर है।