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एमपी के गवर्नर टंडन अस्पताल में भर्ती, राजभवन में मिल चुके हैं कोरोना के 11 रोगी

एमपी के गवर्नर टंडन अस्पताल में भर्ती, राजभवन में मिल चुके हैं कोरोना के 11 रोगी

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को बुखार की शिकायत होने पर शनिवार को मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में भर्ती कराया गया है। टंडन के भर्ती होने से मध्य प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य महकमे के माथे पर बल बताये जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को बुखार की शिकायत होने पर शनिवार को मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में भर्ती कराया गया है। टंडन के भर्ती होने से मध्य प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य महकमे के माथे पर बल बताये जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश के राजभवन में मई के आख़िर में एक बाद एक कोरोना के 11 रोगी मिले थे। राजभवन परिसर में रहने वाले एक कर्मचारी के परिजन में सबसे पहले कोरोना पाॅजिटिव पाया गया था। इससे हड़कंप मचा था। स्वास्थ्य महकमा और ज़िला प्रशासन पूरी तरह से हरकत में आ पाता, उसके पहले ही इसी परिवार के तीन और लोग कोरोना पाॅजिटिव पाये गये थे। बाद में राजभवन में कार्य करने वाले अदने से लेकर आला अफ़सर और परिसर में रहने वाले सभी 548 लोगों के कोविड-19 के टेस्ट कराये गये थे।

जाँच में छह और लोग कोरोना पाॅजिटिव मिले थे। कुल 10 रोगियों में कई राजभवन परिसर में रहने वाले लोग भी शामिल थे। राजभवन के सरकारी आवासों में रहने वाले उन पाँच परिवारों जिनके यहाँ कोरोना के रोगी पाये गये थे और इन पाँच क्वार्टरों से लगे पाँच अन्य परिवारों को भी राजभवन परिसर से हटा दिया गया था

राज्यपाल की सुरक्षा के मद्देनज़र 10 परिवारों को राजभवन परिसर से हटाकर क्वॉरेंटीन सेंटर भेजे जाने पर सवाल भी उठे थे। कहा गया था कि जिन परिवारों को कोरोना नहीं है, उन्हें हटाकर क्वॉरेंटीन सेंटर भेजा जाना उचित नहीं है।

बहरहाल, 10 परिवारों को राजभवन से हटाने के बाद परिसर और इससे लगे क्षेत्र को पाँच दिनों में ही कंटेनमेंट एरिया से मुक्त कर दिया गया था। कोरोना रोगी मिलने पर क्षेत्र को कुल 21 दिन कंटेनमेंट ज़ोन में रखे जाने का प्रोटोकाॅल है। इस पर ज़िला प्रशासन ने दावा किया था कि किसी भी संक्रमित क्षेत्र के रोगियों और संदिग्धों को हटाकर संक्रमित क्षेत्र को सेनेटाइज कर 24 घंटे बंद रखकर पुनः ओपन किया जा सकता है। 

अब राज्यपाल को बुखार आने की सूचना भोपाल पहुँचने के बाद से ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के हाथ-पैर फूले हुए हैं। इस बारे में कोई बात करने को तैयार नहीं है। राज्यपाल टंडन की आयु 85 वर्ष है। राजभवन में रोगी मिलने के बाद उनकी दो मर्तबा कोरोना की जाँच हुई थी। दोनों ही बार रिपोर्ट निगेटिव आयी।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्यपाल 9 जून की दोपहर को भोपाल से लखनऊ के लिए निकले। वे 19 जून तक अवकाश पर हैं। इस बीच शनिवार को सूचना आयी कि राज्यपाल को बुखार की शिकायत हुई है। 

राजभवन के अधिकारिक प्रवक्ता ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘गवर्नर साहब रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल पहुँचे हैं। उनके रेग्यूलर फिजिशियन ने चेकअप का मशविरा दिया था।’ 

कांग्रेस विधायक कुणाल को हुआ कोरोना

उधर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। विधायक के कोरोना संक्रमित होने के बाद राजनीतिक गलियारों में चिंता बढ़ गई है। विधायक के संपर्क में कई पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता भी आए हैं। उनकी भी डिटेल निकाली जा रही है।

विधायक कुणाल चौधरी ने दो दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ली थी। इस दौरान विधायक के बंगले पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हुई थी। बताया जा रहा है कि उस समय भी विधायक को कोरोना जैसे लक्षण से थे। मगर उन्होंने न तो खुद को आइसोलेट किया और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और कई युवा नेता भी मौजूद थे।

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