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कोरोना से मरने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक क्यों हैं?

कोरोना से मरने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक क्यों हैं?

कोरोना से होने वाली मौतों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की तादाद अधिक क्यों है?

कोरोना से होने वाली मौतों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की तादाद अधिक क्यों है? इसका कोई संतोषजनतक उत्तर नहीं ढूंढा जा सका है, न ही इसका कोई वैज्ञानिक आधार है। पर यह सच है कि महिलाओं की तुलना में पुरुष कोरोना संक्रमण से अधिक मरे हैं। यह चीन, इटली समेत हर देश में हुआ है। 

टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने एक ख़बर में इसका खुलासा किया है। अख़बार ने कहा है कि इटली के नेशनल हेल्थ इंस्टीच्यूट के मुताबिक़, कोरोना संक्रमित हुए लोगों में 60 प्रतिशत पुरुष हैं। कोरोना से मारे गए लोगों में मर्दों की तादाद 70 प्रतिशत है। 

चीन और दक्षिण कोरिया में भी यही ट्रेंड देखने को मिला है। अमेरिका में इस मामले में सेक्स-आधारित आँकड़ा नहीं है। 

इटली में ढाई गुना ज़्यादा पुरुष मरे

एक अध्ययन के अनुसार प्रति 10 महिलाओं के कोरोना से मारे जाने पर इटली में सबसे ज़्यादा 24 मर्दों की मौत हुई। चीन में यह संख्या 18, जर्मनी में 16, ईरान में 14, फ्रांस में 14 और दक्षिण कोरिया में 12 है। यानी, इन सारे देशों में कोरोना की चपेट में आकर महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक संख्या में मारे गए। इटली में यह तादाद सबसे ज़्यादा ढ़ाई गुणी से थोड़ी कम है।

सिगरेट पीने वाले अधिक मरे

यह तो साफ़ है कि कोरोना संक्रमण से कोई भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। पर इसकी चपेट में बुजुर्ग और किसी स्वास्थ्य संबंधी दिक्क़त से परेशान लोग अधिक आए हैं। सिगरेट पीने वालों की तादाद चीन में सबसे अधिक है। वहां 50 प्रतिशत पुरुष और 3 प्रतिशत महिलाएं सिगरेट पीती हैं। इटली में 70 लाख मर्द और 45 लाख औरतें सिगरेट पीती हैं।

 इटली के स्वास्थ्य संस्थान का कहना है कि कोरोना संक्रमण के शिकार हुए लोगों में 99 प्रतिशत लोग पहले से ही किसी न किसी बीमारी से पीड़ित थे। इनमें से 75 प्रतिशत लोगों को हाई ब्लड प्रेशर था। 

इसके पहले सार्स (सीवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रम) और मर्स ( मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रम) के मामलें में भी यही ट्रेंड देखा गया था। 

भारत में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। हालांकि यह पता लगाया जा सकता है कि कितने पुरुष संक्रमित हुए हैं और कितनी महिलाएं, पर संख्या कम होने की वजह से इसके आधार पर कोई निष्कर्ष निकालना ठीक नहीं होगा। 

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