मोदी चाहे जो कहें, अयोध्या में बने राम मंदिर : भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि राम मंदिर पर पीएम मोदी चाहे जो कहें, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। भागवत ने संघ के महासचिव भैयाजी जोशी के बयान का पूरी तरह समर्थन किया है। जोशी ने पीएम नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि राम मंदिर पर संघ का साफ़ कहना है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए क़ानून बनाया जाए।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि सरकार राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का इंतजार करेगी। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा, ‘पीएम की बात पर ध्यान दिए बिना मैं कहना चाहता हूँ कि हमारा इस मुद्दे पर स्टैंड साफ़ है। हमारी भगवान राम में आस्था है और हमारा मानना है कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए’। इससे पहले महासचिव भैयाजी जोशी ने कहा था कि देश में हर कोई चाहता है कि राम मंदिर का निर्माण हो।
हालाँकि पीएम मोदी के इंटरव्यू के बाद आरएसएस की ओर से ट्वीट किया गया था कि संघ का मानना है कि पीएम का बयान मंदिर बनाने की दिशा में सकारात्मक क़दम है। ट्वीट में कहा गया था कि प्रधानमंत्री का अयोध्या में राम मंदिर बनाने के संकल्प को इंटरव्यू में दोहराना बीजेपी के पालमपुर अधिवेशन (1989) में पारित प्रस्ताव के जैसा ही है।'
We feel that the statement by Prime Minister is a positive step in the direction of Temple Construction. The Prime Minister reiterating the resolve to construct a grand Sri Ram Temple in Ayodhya in his interview is in tune with the resolution passed by BJP at Palampur in 1989.
— RSS (@RSSorg) January 1, 2019
पीएम मोदी के बयान के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने भी अलग रुख अपनाते हुए कहा था कि हिन्दू समाज राम मंदिर पर अनंतकाल तक इंतजार नहीं कर सकता और मंदिर के लिए क़ानून बनाया जाना चाहिए।