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उरी और पुलवामा का बदला लिया, 26/11 में नहीं हुआ: मोदी

उरी और पुलवामा का बदला लिया, 26/11 में नहीं हुआ: मोदी

मोदी ने पुलवामा हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि 26/11 हुआ तो भारत ने आतंकियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की उम्मीद की थी लेकिन कुछ नहीं किया गया। 

भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन की देश में वापसी के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। मोदी ने पुलवामा हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि 26/11 हुआ तो भारत ने आतंकियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की उम्मीद की थी लेकिन कुछ नहीं किया गया। इसके बाद उन्होंने कहा कि जब उरी और पुलवामा हुआ तो आपने देखा कि हमारे बहादुर जवानों ने क्या किया। मोदी का इशारा साफ़ था कि उरी और पुलवामा हमलों के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गयी।

तमिलनाडु के कन्याकुमारी में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं सलाम करता हूँ उन सैनिकों को जो हमारे देश की सेवा कर रहे हैं। एक समय था जब अख़बारों में ख़बरें निकलती थीं कि फ़ोर्स बदला चाहती है, लेकिन उन्हें यूपीए सरकार अनुमति नहीं दे रही। आज ख़बरें होती हैं कि सेना को खुली छूट दे दी गई है, जो चाहे वह करें। आंतकवादियों से बदला लें।' 

'मोदी से नफ़रत के कारण देश से नफ़रत' 

मोदी ने दूसरे विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। बिना नाम लिये ही उन्होंने कहा कि कुछ दल मोदी से नफ़रत के कारण देश से नफ़रत करने लगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जबकि पूरा देश सैनिकों का समर्थन कर रहा है, वे दल हमारी सेना की कार्रवाई को संदेह से देख रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा कि भारत की लड़ाई का पूरा विश्व समर्थन कर रहा है, लेकिन कुछ पार्टियाँ आतंकवाद के ख़िलाफ़ हमारी लड़ाई पर संदेह जता रही हैं। 
  • मोदी ने कहा कि ये वही लोग हैं जिनके बयान पाकिस्तान को मदद कर रहे हैं और भारत को नुक़सान पहुँचा रहे हैं। ये वही लोग हैं जिनके बयानों को पाकिस्तान की संसद और पाकिस्तान के रेडियो पर बड़े आसानी से दोहराया जा रहा है। मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या आप हमारी सेना का समर्थन करते हैं या उन्हें संदेह की नज़र से देखते हैं।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत विंग कमांडर अभिनंदन की तारीफ़ से की। उन्होंने कहा कि हर भारतीय को गर्व है कि विंग कमांडर अभिनंदन तमिलनाडु के हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का ज़िक्र करते हुए कहा कि कई वर्षों से देश आतंकवाद का सामना कर रहा था। 2004 से 2014 तक कई आंतकवादी हमले हुए। जयपुर, मुंबई, पुणे, हैदराबाद कई जगहों पर हमले हुए लेकिन किसी ने इस पर सख़्त कार्रवाई नहीं की।

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