मोदी परीक्षा पर चर्चा करते रहे, पेपर लीक होते रहेः कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को पीएम मोदी और नीट, यूजी नेट जैसी परीक्षाएं कराने वाली एनटीए पर जबरदस्त हमला किया। जयराम ने कहा- नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हर साल 'परीक्षा पे चर्चा' नाम से एक भव्य तमाशा करते हैं। मगर, उनकी सरकार लीक और फ्रॉड के बिना कोई परीक्षा आयोजित नहीं कर सकती। जयराम रमेश ने कहा कि NEET UG 2024 परीक्षा को लेकर बेहद गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। शिक्षा मंत्री को भी इन्हें स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ईमानदारी गंभीर संदेह के घेरे में है।
Every year the non-biological PM conducts a grand tamasha of what he calls 'Pareeksha pe Charcha.' Yet, his government cannot even conduct an examination without leaks and frauds –
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 20, 2024
• The NEET UG 2024 Examination faces very serious questions that even the Education Minister has…
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा- अब परसों ही आयोजित हुई यूजीसी-नेट परीक्षा को 19 जून की रात रद्द कर दिया गया। दरअसल नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की सरकार भारत की शिक्षा प्रणाली के लिए विनाशकारी रही है।
उन्होंने कहा कि CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) ने बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं का पूरी तरह से मज़ाक बना दिया है। NCERT, UGC और CBSE का प्रोफेशनलिज्म ख़त्म हुआ है। 2020 की नई शिक्षा नीति, भारत की शिक्षा प्रणाली को भविष्य के लिए तैयार करने के बजाय, केवल नागपुर शिक्षा नीति 2020 के रूप में कार्य कर रही है।
जयराम रमेश ने पूछा है कि- क्या यही ‘एंटायर पॉलीटिकल साइंस’ में MA की विरासत है। क्या वह कभी लीक पे चर्चा करेंगे?
जयराम रमेश की टिप्पणी पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा के बजाय छात्रों को लीकप्रूफ परीक्षा का पर्चा चाहिए।
नीट परीक्षा में देशव्यापी प्रदर्शन शुरू होने के बाद कांग्रेस ने भी 21 जून को देश में इस मुद्दे पर देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं समेत अन्य को लिखे पत्र में उनसे नीट मुद्दे पर 21 जून (शुक्रवार) को राज्य मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने को कहा है। पत्र में वरिष्ठ नेताओं से भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया गया है।
नीट परीक्षा को लेकर नया खुलासा यह हुआ है कि बिहार में पकड़े गए चार आरोपियों ने पुष्टि की है कि नीट का पेपर लीक हुआ था। जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एनटीए ने दावा किया था कि नीट पेपर लीक नहीं हुआ है। इसमें राजनीति की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को कड़ी फटकार लगाई थी। अदालत ने एनटीए से कहा था कि अगर रत्ती भर भी कोई गलती हुई है तो उसे स्वीकार कीजिए। एनटीए ने अब शिक्षा मंत्रालय को बताया है कि पटना और गोधरा के परीक्षार्थी जांच के दायरे में हैं। कथित अनियमितताओं से लाभ उठाने के लिए, उनके अंकों के विश्लेषण के अनुसार कोई असामान्य लाभ नहीं हुआ है।
इससे पहले जब अदालत ने सुुनवाई की थी तो एनटीए ने कहा था कि 1563 उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। NEET UG 2024 रीटेस्ट के लिए नए प्रवेश पत्र संबंधित छात्रों को सीधे उनके रजिस्टर्ड ईमेल पते के जरिए भेजे जाएंगे।